ranchi news : रांची में देशभर के शिल्पकारों और बुनकरों का महाकुंभ
ranchi news :मोरहाबादी मैदान में राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव-2024 का आगाज हुआ. महोत्सव में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत स्थानीय उद्यमियों के 485 स्टॉल लगाये गये हैं.
![an image](https://pkwp184.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/12/file_2024-12-20T21-35-03-1024x597.jpeg)
रांची.
ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि खादी महोत्सव राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ””””बापू”””” के सिद्धांतों और उद्देश्यों को आगे बढ़ाने की सीख देता है. इसका लक्ष्य है गांव-गांव में खादी पहुंचाना. महोत्सव का उद्देश्य महिला और बुनकरों को बाजार के साथ-साथ प्रकृति से रोजगार उपलब्ध कराकर आर्थिक लाभ पहुंचाना है. इनके उत्पाद घर-घर पहुंचे इसके लिए अगले 17 दिन समर्पित किये गये हैं. बीते वर्ष महोत्सव ने दो कराेड़ रुपये का व्यवसाय लक्ष्य पूरा किया था. इस वर्ष और अधिक व्यवसाय का लक्ष्य तय है. वह शुक्रवार को मोरहाबादी मैदान में राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव-2024 के उद्घाटन के अवसर पर बोल रही थीं. इस महोत्सव में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत स्थानीय उद्यमियों के 485 स्टॉल लगाये गये हैं, जिसमें जेएसएलपीएस के 120 स्टॉल हैं. इन स्टॉलों पर खादी उत्पाद, लाह, डोकरा, मिट्टी, चमड़े से बने हस्तशिल्प की बिक्री हो रही है. महोत्सव में स्थानीय पलाश झारखंड के ब्रांड ””””अदिवा”””” के उत्पादों की लांचिंग की गयी. 17 दिवसीय खादी एवं सरस महोत्सव छह जनवरी, 2025 तक चलेगा.उद्योग को आकर्षित करने का हो रहा प्रयास
विशिष्ट अतिथि उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव ने कहा कि मेला उद्योग को बढ़ावा देता है. बेहतर व्यापार होने से राज्य की उन्नति होगी. राज्य सरकार का लक्ष्य अन्य प्रदेशों से उद्योग को आकर्षित करना है. इसके लिए हर जिले के बुनकरों को प्रशिक्षण और रोजगार के लिए तैयार किया जा रहा है. इससे आने वाले समय से खादी के उत्पादन और इससे बननेवाले उत्पाद को उद्योग से जोड़ा जायेगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी खादी के प्रचार के लिए हर संभव सहयोग कर रहे हैं.आधुनिक खादी के वस्त्र से बनायें अपनी पहचान
विधायक सीपी सिंह ने कहा कि बापू ने चरखे से क्रांति लायी और खादी को स्थापित कर दिया. आज खादी के वस्त्रों को आधुनिक तरीके से पेश कर इसे जन-जन का पहनावा बनाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खादी के विकास को लेकर अलग से बजट निर्धारित करते हैं. खादी एक मात्र कपड़ा है, जो हर मौसम में उपयोगी है. इसकी उपयोगिता बढ़ाने से देश की आर्थिक उन्नती होगी. उद्योग विभाग के सचिव जितेंद्र सिंह ने खादी के प्रचलन को बढ़ावा देने और मेला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर उद्योग विभाग के निदेशक सुशांत गौरव, ग्रामीण विकास विभाग की निदेशक आकांक्षा रंजन, सीइओ सुमन पाठक, युवा आयोग के अध्यक्ष कुमार गौरव और अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ज्योति मथारू, पलाश झारखंड के विष्णु चरण पारुदा उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है