Jharkhand Weather Forecast: इन दिनों आसमान से बरस रही आग के कारण पूरा झारखंड भीषण गर्मी की तपिश झेल रहा है. बीते तीन-चार दिनों में शाम 3 बजे के बाद कुछ देर के लिये बारिश जरूर हुई, लेकिन इससे उमस और बढ़ गयी. झारखंड के अधिकतर जिलों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया जा रहा है. वहीं राज्य दक्षिणी और उत्तर पश्चिमी भागों में तापामान 40 डिग्री के पार पहुंच रहा है. इसके अलावा वायुमंडल के निचले स्तर में नम हवाएं भी चल रही हैं. इसके चलते कहीं-कहीं उष्ण लहर से गंभीर उष्ण लहर की भी स्थिति बनी हई है. इस स्थिति में आने वाले चार से पांच दिन कोई बड़े बदलाव की संभावना भी नहीं है.

राज्य के इन हिस्सों में हीट वेव का अलर्ट

मौसम केंद्र रांची ने एक बार फिर राज्य में हीट वेव का अलर्ट जारी किया है. विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 14 जून को राज्य के दक्षिणी, उत्तर पूर्वी और उत्तर पश्चिमी भागों में कहीं-कहीं हीट वेव की स्थिति देखी जा सकती है. वहीं 15 से 17 जून तक राज्य के दक्षिणी, और उत्तर पश्चिमी भागों में कहीं-कहीं लू चलेगी. जबकि, 18 जून को राज्य के दक्षिणी भागों में उष्ण लहर का कहर देखा जा सकता है. इस कारण लोगों को गर्मी से असहजता महसूस हो रही है. खास कर बच्चे और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है. ऐसे में मौसम केंद्र रांची ने कुछ खास बातों का ध्यान रखने की सलाह दी है

  • दोपहर 11 से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें.

  • हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनें.

  • अपना सिर ढकें : कपड़े, टोपी या छाते का प्रयोग करें.

  • पर्याप्त पानी पीएं- प्यास न लगने पर भी (डिहाइड्रेशन से बचने के लिए.

  • विशेषकर मजदूर सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक सीधी धूप से बचें.

  • कठिन कार्यों को दिन के ठंडे समय में निर्धारित करें.

  • बाहरी गतिविधियों के लिए विश्राम की आवृति और अवधि बढाएं.

  • मवेशियों को सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच घर के अंदर ही रखें.

  • पौधे व फसलों में सिंचाई करें.

  • हीट स्ट्रोक, हीट रैश या हीट क्रैम्प्स जैसे कमजोरी के लक्षणों को पहचानें जैसे, चक्कर आना, सिर दर्द, पसीना और दौरे. अगर आप बेहोश या बीमार महसूस कर रह हैं, तो डॉक्टर के पास जाएं.

बता दें कि राज्य के दक्षिण भाग में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां जिला आता है. वहीं, उत्तर पूर्वी झारखंड में देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज जिला शामिल हैं. जबकि उत्तर पश्चिमी झारखंड में पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा जिला शामिल हैं और झारखंड के मध्य भाग में रांची, बोकारो, गुमला, खूंटी, हजारीबाग और रामगढ़ जिला आता है.

कब आएगा झारखंड में मानसून?

मानसून की बात करें तो झारखंड में मानसून की बारिश इस सप्ताह के अंत या अगले सप्ताह के शुरू में प्रवेश कर सकती है. इससे पूर्व हवा में नमी रहेगी. इसे लेकर उमस की स्थिति बनी हुई है. सुबह में तेज धूप के कारण गर्मी बढ़ी है. अभी मानसून के राज्य में आने के संकेत नहीं मिले हैं. अधिकतम तापमान पहले की तरह ही है. मौसम केंद्र का पूर्वानुमान है कि अभी तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. कहीं-कहीं गर्जन के साथ बारिश हो सकती है. कुछ देर के लिए हवा की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटे भी हो सकती है.

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