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2026 तक 5000 मेगावाट सौर ऊर्जा का होगा उत्पादन, इतने गांव को सोलर विलेज बनाने की तैयारी में झारखंड सरकार

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Solar Energy In Jharkhand, Ranchi News रांची : झारखंड वर्ष 2026 तक 5000 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करेगा. इसी लक्ष्य के साथ झारखंड सरकार काम कर रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर जेरेडा द्वारा सौर ऊर्जा नीति 2021 का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे मुख्यमंत्री की मंजूरी के लिए भेजा गया है. प्रस्ताव में सरकार ने 2026 तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में पांच हजार मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगाने का उद्देश्य रखा है. इसी के तहत नीति तैयार की गयी है. साथ ही सोलर विलेज, सोलर सिटी और सोलर डिस्ट्रिक्ट बनाने की बात कही गयी है.

12.5% बिजली सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा :

सरकार ने तय किया है कि बिजली वितरण करनेवाली कंपनियों को वर्ष 2023-24 तक कुल बिजली आपूर्ति की 12.5 प्रतिशत बिजली सौर ऊर्जा से लेनी होगी. फिर इसे क्रमश: बढ़ाना होगा. सरकार ने नीति में कई सोलर पावर पार्क स्थापित करने, ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर सिस्टम और अॉफ ग्रिड सोलर सिस्टम पर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है.

सोलर विलेज, सोलर सिटी और सोलर जिले को मिलेगा बढ़ावा :

राज्य सरकार ने राज्य में सोलर विलेज, सोलर सिटी और सोलर डिस्ट्रिक्ट को बढ़ावा देने की बात कही है. इसके तहत ग्रामीण इलाकों में मिनी और माइक्रो ग्रिड की स्थापना की जानी है. गांवों में सौर ऊर्जा आधारित कोल्ड स्टोरेज की स्थापना,कृषि उत्पादों के लिए सोलर ड्रायर, सोलर पंप, सोलर चरखा को बढ़ावा देने की बात कही गयी है. राज्य सरकार ने पहले चरण में 1000 गांवों को पूर्ण सोलर विलेज बनाने का उद्देश्य रखा है. इसमें जेएसएलपीएस का सहयोग लेकर संबंधित गांवों का चयन किया जायेगा. जहां सारा कुछ सौर ऊर्जा पर आधारित होगा.

साल दर साल के लिए लक्ष्य निर्धारित :

सरकार ने पांच हजार मेगावाट के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए साल दर साल का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके तहत वर्ष 2022 में 483 मेगावाट, वर्ष 2023 में 807 मेगावाट, 24 में 1075 मेगावाट, 25 में 1600 मेगावाट व 2026 में 1035 मेगावाट क्षमता के पावर प्लांट विभिन्न स्रोतों से लगाये जायेंगे. इसमें 1800 मेगावाट सोलर पार्क, 1200 मेगावाट नन सोलर पार्क, 800 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर प्लांट और 200 मेगावाट कैनल टॉप सोलर प्लांट स्थापित किये जायेंगे. वहीं 250 मेगावाट रूफटॉप, 220 मेगावाट कैप्टिव सोलर प्लांट, 250 मेगावाट सोलर एग्रीकल्चर और 110 मेगावाट मिनी तथा माइक्रो ग्रिड स्थापित किये जायेंगे.

सौर ऊर्जा आधारित इ-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन भी होंगे :

नीति में सौर ऊर्जा आधारित इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगाने का भी प्रावधान किया गया है. इसके तहत रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट, सोलर पार्क, कैप्टिव सोलर प्लांट लगाकर चार्जिंग स्टेशन बनाये जा सकते हैं. जहां निर्धारित शुल्क लेकर इ-व्हीकल को चार्ज किया जा सकता है.

Posted By : Sameer Oraon

Solar Energy In Jharkhand, Ranchi News रांची : झारखंड वर्ष 2026 तक 5000 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करेगा. इसी लक्ष्य के साथ झारखंड सरकार काम कर रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर जेरेडा द्वारा सौर ऊर्जा नीति 2021 का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे मुख्यमंत्री की मंजूरी के लिए भेजा गया है. प्रस्ताव में सरकार ने 2026 तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में पांच हजार मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगाने का उद्देश्य रखा है. इसी के तहत नीति तैयार की गयी है. साथ ही सोलर विलेज, सोलर सिटी और सोलर डिस्ट्रिक्ट बनाने की बात कही गयी है.

12.5% बिजली सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा :

सरकार ने तय किया है कि बिजली वितरण करनेवाली कंपनियों को वर्ष 2023-24 तक कुल बिजली आपूर्ति की 12.5 प्रतिशत बिजली सौर ऊर्जा से लेनी होगी. फिर इसे क्रमश: बढ़ाना होगा. सरकार ने नीति में कई सोलर पावर पार्क स्थापित करने, ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर सिस्टम और अॉफ ग्रिड सोलर सिस्टम पर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है.

सोलर विलेज, सोलर सिटी और सोलर जिले को मिलेगा बढ़ावा :

राज्य सरकार ने राज्य में सोलर विलेज, सोलर सिटी और सोलर डिस्ट्रिक्ट को बढ़ावा देने की बात कही है. इसके तहत ग्रामीण इलाकों में मिनी और माइक्रो ग्रिड की स्थापना की जानी है. गांवों में सौर ऊर्जा आधारित कोल्ड स्टोरेज की स्थापना,कृषि उत्पादों के लिए सोलर ड्रायर, सोलर पंप, सोलर चरखा को बढ़ावा देने की बात कही गयी है. राज्य सरकार ने पहले चरण में 1000 गांवों को पूर्ण सोलर विलेज बनाने का उद्देश्य रखा है. इसमें जेएसएलपीएस का सहयोग लेकर संबंधित गांवों का चयन किया जायेगा. जहां सारा कुछ सौर ऊर्जा पर आधारित होगा.

साल दर साल के लिए लक्ष्य निर्धारित :

सरकार ने पांच हजार मेगावाट के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए साल दर साल का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके तहत वर्ष 2022 में 483 मेगावाट, वर्ष 2023 में 807 मेगावाट, 24 में 1075 मेगावाट, 25 में 1600 मेगावाट व 2026 में 1035 मेगावाट क्षमता के पावर प्लांट विभिन्न स्रोतों से लगाये जायेंगे. इसमें 1800 मेगावाट सोलर पार्क, 1200 मेगावाट नन सोलर पार्क, 800 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर प्लांट और 200 मेगावाट कैनल टॉप सोलर प्लांट स्थापित किये जायेंगे. वहीं 250 मेगावाट रूफटॉप, 220 मेगावाट कैप्टिव सोलर प्लांट, 250 मेगावाट सोलर एग्रीकल्चर और 110 मेगावाट मिनी तथा माइक्रो ग्रिड स्थापित किये जायेंगे.

सौर ऊर्जा आधारित इ-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन भी होंगे :

नीति में सौर ऊर्जा आधारित इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगाने का भी प्रावधान किया गया है. इसके तहत रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट, सोलर पार्क, कैप्टिव सोलर प्लांट लगाकर चार्जिंग स्टेशन बनाये जा सकते हैं. जहां निर्धारित शुल्क लेकर इ-व्हीकल को चार्ज किया जा सकता है.

Posted By : Sameer Oraon

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