उत्तराखंड के उत्तरकांशी के सुरंग में फंसे 41 मजदूरों का रेस्क्यू पूरे 16 दिनों बाद हुआ. इस हादसे में झारखंड के 15 मजदूर थे. ओरमांझी के खीराबेड़ा गांव में रहनेवाले तीन मजदूर अनिल बेदिया, सुखराम बेदिया और राजेंद्र बेदिया भी 16 दिनों तक सुरंग में फंसे हुए थे. इस घटना के बाद से ही खीराबेड़ा गांव में मातम का माहौल था. परिवार की हालत यह थी कि रोज वे अपने घरों के चिराग की सकुशल वापसी की मन्नते मांग रहे थे. श्रमिकों के वापसी की खबर मिलते ही गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.