Jharkhand Weather: झारखंड में अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड, पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी से होगा सक्रिय
सरना धर्म कोड के लिए देश-विदेश के आदिवासी झारखंड की राजधानी रांची में जुट रहे हैं. आठ नवंबर को ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आदिवासी समाज के लाखों लोगों के एकत्र होने की बात पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कही है. मंगलवार (सात नवंबर) को पत्रकारों को संबोधित करते हुए आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रमुख सालखन मुर्मू ने कहा कि आदिवासियों का भी अपना अलग राष्ट्र होना चाहिए. इसका केंद्रबिंदु झारखंड होगा. हालांकि, उन्होंने जोड़ा कि मैं अलग देश की मांग नहीं कर रहा हूं, लेकिन हम प्रकृति पूजक आदिवासियों के लिए अलग-राष्ट्र चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर हमें सरना धर्म कोड नहीं मिला, तो आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा. सालखन मुर्मू ने आगे और क्या-क्या कहा, इसके बारे में जानने के लिए आप भी इस वीडियो को देखें.