Jharkhand Foundation Day: केंद्र सरकार ने पिछले साल 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाने की घोषणा की थी. इसका उद्देश्य देश के इतिहास व संस्कृति में जनजातीय समुदायों के योगदान को याद करना और आनेवाली पीढ़ियों को अपने सांस्कृतिक विरासत व राष्ट्रीय गौरव के संरक्षण के लिए प्रेरित करना है. इस साल जनजातीय गौरव दिवस देशस्तर पर मनाया जायेगा. इसके लिए केंद्रीय आदिवासी मंत्रालय ने व्यापक कार्ययोजना तैयार की है. इसके तहत केंद्रीय आदिवासी मामलों का मंत्रालय और झारखंड सरकार संयुक्त रूप से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में खूंटी में वृहत कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं.

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15 नवंबर को उपराष्ट्रपति संसद भवन में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री और अन्य नेताओं की मौजूदगी में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करेंगे. इसके अलावा कई राज्यों में युवाओं व जनजातीय कलाकारों के मार्च का आयोजन होगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगोष्ठी, निबंध लेखन, गीत, नृत्य, खेल, चित्रकला प्रतियोगिता व अन्य कार्यक्रम होंगे.

क्या-क्या होगा आयोजन

  • इंदौर में 15 से 27 नवंबर तक ग्रामीण हाट महोत्सव का आयोजन

  • भुवनेश्वर के एकमरा हाट में 15 से 21 नवंबर तक आदि बाजार लगेगा

  • दक्षिण गुवाहाटी के डिगली पुखुरी में 15 से 21 नवंबर तक आदि बाजार

  • पुडुचेरी में 15 से 21 नवंबर तक क्राफ्ट बाजार में आदि बाजार लगेगा

  • देहरादून में वन अनुसंधान संस्थान में 15 से 21 नवंबर तक आदि बाजार

  • कोलकाता में भारतीय संग्रहालय में 15 से 24 नवंबर तक आदि चित्र कार्यक्रम

देवघर होते हुए रांची आयेंगी राष्ट्रपति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देवघर से झारखंड की धरती पर कदम रखेंगी. 14 नवंबर को वह सबसे पहले दिल्ली से देवघर आयेंगी. वहां बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद राष्ट्रपति उसी दिन रांची आ जायेंगी. वह रांची एयरपोर्ट से राजभवन आयेंगी. राजभवन में शाम के समय आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगी. रात में डिनर कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी. डिनर में झारखंड के पद्मश्री, पद्मभूषण सम्मानित लोग भी शामिल होंगे. रात्रि विश्राम राजभवन में ही करेंगी. 15 नवंबर को सुबह वह उलिहातू जायेंगी.