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एचइसी को मिले चार बड़े प्रोजेक्ट का कार्य समय पर पूरा नहीं होने से कंपनी की साख खराब होती जा रही है. एचइसी को पूर्व के वर्षों में कोल इंडिया सहित अन्य कंपनियों से करीब 1371.99 करोड़ का कार्यादेश मिला था, जो निर्धारित समय में पूरा नहीं हुआ है. इधर, कार्यादेश देने वाली कंपनियों ने एचइसी को पत्र लिख कर समझौता खत्म करने और दूसरी कंपनी से कार्यादेश पूरा कराने का अल्टीमेटम दिया है.
समय पर कार्यादेश पूरा नहीं होने के कारण एचइसी को चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में कोई बड़ा कार्यादेश नहीं मिला है. एचइसी को वर्ष 2012 में कोल इंडिया से मधुबन कोल वाशरी (बीसीसीएल) लगाने का कार्यादेश मिला था. इसे अप्रैल 2014 से जून 2019 तक विभिन्न चरणों में पूरा करना था. लेकिन, अब तक पूरा नहीं हुआ. वहीं, नॉर्दर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड के लिए कोल हैंडलिंग प्लांट (ब्लॉक बी) का कार्यादेश 142 करोड़ का मिला, जिसे अप्रैल 2022 तक पूरा करना था.
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लेकिन, अब तक पूरा नहीं हुआ है. साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड ने कोल हैंडलिंग प्लांट (गेवरा) लगाने के लिए 521 करोड़ का कार्यादेश दिया था, जिसे दिसंबर 2022 तक पूरा करना था. यह भी अब तक पूरा नहीं हुआ है. इसके अलावा मगध सेंट्रल कोल फील्ड्स लिमिटेड से कोल हैंडलिंग प्लांट लगाने के लिए 446 करोड़ का कार्यादेश मिला था. यह भी अभी तक पूरा नहीं हुआ है. इस संबंध में एचइसी के अधिकारी ने बताया कि प्रोजेक्ट कार्य समय पर पूरा नहीं करने का मुख्य कारण पूर्व के निर्देशकों में तालमेल नहीं होना, सही से कार्य की मॉनिटरिंग नहीं होना, साइट से सामान की चोरी होना, प्रोजेक्ट डिविजन के कई अधिकारियों पर विजिलेंस जांच व कार्यशील पूंजी की कमी है.