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रांची : मई महीने में जब प्रवासी मजदूर अपने राज्य वापस लौटना शुरु हुए तो झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी. झारखंड में कुल 726 कोरोना संक्रमितों में से 526 प्रवासी मजदूर हैं. यानी कुल केस के 72 प्रतिशत से भी अधिक प्रवासी मजदूर हैं. बात अगर आंकड़ों की करें तो झारखंड लौटने के लिए लगभग साढ़े सात लाख प्रवासी श्रमिकों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से लगभग चार लाख वापस लौट चुके हैं. ऐसे में चार लाख में से 526 श्रमिकों का कोरोना संक्रमित निकलना कोई डराने वाले आंकड़े नहीं हैं, क्योंकि प्रतिशत की बात करें तो वापस लौटे प्रवासी मजदूरों में से मात्र 0.13 प्रतिशत ही कोरोना पॉजिटिव हैं.
झारखंड में अभी कोरोना मरीजों का आंकड़ा 726 है, हालांकि राज्य में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा अभी तक मात्र पांच ही है. प्रदेश में कोरोना के कुल एक्टिव मामले 401 हैं. कल प्रदेश में 55 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आये हैं.
जिलावार प्रवासी मजदूरों की संख्या की बात करें तो सबसे ज्यादा मामले पूर्वी सिंहभूम से हैं. यहां अबतक 122 कोरोना संक्रमित मिल हैं, जिनमें से 100 प्रवासी मजदूर हैं. कल भी यहां से 13 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. उसके बाद हजारीबाग जिला है, जहां कुल संक्रमित 82 हैं, जिनमें से 77 प्रवासी मजदूर हैं. तीसरे स्थान पर धनबाद है, जहां से कुल 70 संक्रमित मिले हैं और जिनमें से 64 प्रवासी मजदूर हैं.
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चौथे स्थान पर गढ़वा जिला है, जहां कुल संक्रमित 62 हैं और जिनमें से 59 प्रवासी मजदूर हैं. पांचवें स्थान पर कोडरमा जिला है, जहां से 46 प्रवासी मजदूर मिले हैं. रामगढ़ जिले में भी कुल संक्रमित 44 है और वे सभी प्रवासी मजदूर हैं. बात अगर रांची जिले की करें तो यह अबतक कुल 138 मामले सामने आये हैं, जिनमें से 26 प्रवासी मजदूर हैं. गुमला जिले में भी कुल 22 कोरोना संक्रमित हैं जिनमें से 21 प्रवासी मजदूर हैं.
गौरतलब है कि प्रवासी मजदूरों का यह आंकड़ा दो मई से तीन जून तक का है. कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के दौरान जब देश में लॉकडाउन शुरू हुआ तो प्रवासी मजदूरों के पास काम नहीं था, जिसके कारण वे अपने-अपने घर वापस लौट गये. इस क्रम में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. कई मजदूर तो हजारों किलोमीटर पैदल चलकर आये हैं.
Posted By : Rajneesh Anand