Jharkhand Weather: झारखंड में अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड, पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी से होगा सक्रिय
मेदिनीनगर. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एमएमसीएच) के एसएनसीयू वार्ड में शॉर्ट सर्किट से हाइफ्लो मशीन में आग लग गयी. हादसा शुक्रवार रात करीब 1:30 बजे हुआ. हालांकि, ड्यूटी पर तैनात जीएनएम ममता त्रिशूल और दयानी ओरिया की सूझबूझ से वार्ड में भर्ती सभी आठ बचों को समय रहते सुरक्षित निकाल लिया गया. हादसे में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ. हादसे की सूचना मिलने के बाद तत्काल सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ रजी रात में ही अस्पताल पहुंचे. कुछ देर बाद दूसरे एसएनसीयू वार्ड में बच्चों को सुरक्षित रखा गया.
रात 1:30 बजे ब्लास्ट होने की आवाज सुनायी दी
जीएनएम ममता त्रिशूल ने बताया कि रात 1:30 बजे ब्लास्ट होने की आवाज सुनायी दी. वे और दयानी ओरिया तत्काल एसएनसीयू वार्ड में पहुंची. उन्होंने देखा कि हाइफ्लो मशीन में आग लगी हुई है. बिन समय गंवाये दोनों ने चार-चार बच्चे को गोद में उठाया और वार्ड से बाहर निकल आयीं. आठों बच्चों को तत्काल लेबर वार्ड में भर्ती कर ऑक्सीजन लगाया गया. उसके बाद वॉटर कंटेनर की मदद से आग पर काबू पाया गया. एएनएम ने बताया का यदि समय रहते घटना का पता नहीं चलता और बच्चों को वहां से नहीं निकाला जाता, तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी.यूनिट-2 में इलाजरत बच्चे
जिस एसएनसीयू वार्ड की मशीन में आग लगी थी, उसमें आठ बच्चे इलाजरत थे. इनमें पांच लड़के और तीन लड़कियां थीं. सभी बच्चे 28 दिन से कम के थे. एमएमसीएच के नये अस्पताल में दो एसएनसीयू यूनिट हैं. सभी बच्चों का यूनिट-2 में इलाज किया जा रहा है.फायर फाइटिंग की दी जायेगी ट्रेनिंग : सिविल सर्जन
घटना के तत्काल बाद देर रात सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह एसएनसीयू वार्ड पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि ऐसी घटना से निबटने के लिए अस्पताल के कर्मचारियों को फायर फाइटिंग की ट्रेनिंग दी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है