गणगौर विसर्जन के साथ 16 दिवसीय महोत्सव का समापन, नवविवाहितों में था खासा उत्साह
मारवाड़ी समाज का 16 दिवसीय लोकप्रिय पर्व गणगौर महोत्सव गुरुवार को गणगौर विसर्जन के साथ संपन्न हो गया. इससे पहले गुरुवार की सुबह से ही महिलाओं ने सज-धज कर पूरे विधि-विधान के साथ ईसर और गौरा की पूजा की.
By Prabhat Khabar News Desk |
April 12, 2024 12:29 AM
रांची. मारवाड़ी समाज का 16 दिवसीय लोकप्रिय पर्व गणगौर महोत्सव गुरुवार को गणगौर विसर्जन के साथ संपन्न हो गया. इससे पहले गुरुवार की सुबह से ही महिलाओं ने सज-धज कर पूरे विधि-विधान के साथ ईसर और गौरा की पूजा की. फिर पूजा-अर्चना के बाद व्रत खाेला. बड़ों का आशीर्वाद लिया. शाम को गणगौर को पानी पिला कर विसर्जन किया. उत्सव को लेकर नवविवाहितों में खासा उत्साह था. पहली बार व्रत करने वाली नवविवाहिताओं ने पूरे सोलह शृंगार के साथ अपने 16 दिवसीय पर्व को पूरा किया. नवविवाहित उज्वल सोमानी ने बताया कि मेरी शादी इसी वर्ष 13 मार्च को हुई है. यह मेरा पहला गणगौर है, जिसे लेकर बहुत उमंग है. वहीं शिवानी शिवम चितलांगिया ने बताया कि इस वर्ष जनवरी में मेरी शादी हुई. पहले गणगौर को लेकर बहुत उत्साहित हूं. वहीं अर्पणा डागा ने कहा कि मेरा पहला गणगौर बहुत सारी खुशियां लेकर आया है.
बड़ी संख्या में मारवाड़ी समाज की महिलाएं लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुंची
उत्सव को लेकर बड़ी संख्या में मारवाड़ी समाज की महिलाएं गणगौर पूजने और पूजित कुंडों के विसर्जन के लिए अपर बाजार स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुंची. यहां महिलाओं ने महोत्सव में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इस दौरान गौर ये गणगौर माता खोल या किवाड़ी… से लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर गूंजता रहा. लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर में सुबह 6 बजे से गणगौर पूजा शुरू हाे गयी थी, जो अपराह्न दो बजे तक चलती रही. गणगौर मिलन एवं विसर्जन के लिए अपराह्न 3 बजे से मारवाड़ी समाज की महिलाओं के आने का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह शाम 6.30 बजे तक चलता रहा. मंदिर परिसर में गणगौर मिलन एवं बड़ा तालाब में गणगौर विसर्जन घाट की व्यवस्था माहेश्वरी समाज के संगठन श्री माहेश्वरी सभा द्वारा की गयी थी. गणगौर महोत्सव के अवसर पर माहेश्वरी भवन में गणगौर मेला का भी आयोजन किया गया था. विसर्जन करने आयी महिलाओं ने मेले में लजीज व्यंजनों का आनंद लिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष राज कुमार मारु, सभा अध्यक्ष श्रीकिशन साबू, सचिव नरेंद्र लाखोटिया, ओमप्रकाश बोड़ा, कुमुद लाखोटिया, लक्ष्मी चितलांगिया, शारदा लड्डा, विकास काबरा, अंकित बियानी, नयन बोड़ा, राधव सारडा, गोवर्धन प्रसाद भाला व संगठन के सदस्यों का साथ रहा.
तालाबों में किया गया गणगौर प्रतिमा का विसर्जन
रांची. मारवाड़ी समाज का लोकप्रिय त्योहार गणगौर उमंग एवं हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ. जिला मारवाड़ी सम्मेलन के संयुक्त महामंत्री सह अग्रवाल सभा के प्रवक्ता संजय सर्राफ ने कहा कि इस पर्व की शुरुआत होली दहन के दूसरे दिन से शुरू हो जाती है. इस दिन से लगातार 16 दिनों तक कुंवारी लड़कियां एवं नवविवाहिताें द्वारा ईशर-गोरा (शिव पार्वती) की पूजा की जाती है. आज सभी महिलाओं ने राजस्थानी परंपरागत पोशाक पहनकर पूरे विधि-विधान से गणगौर का पूजन किया. गणगौर को पारंपरिक व्यंजनों में मिठाई, फल, हलवा, पूड़ी और गेहूं चढ़ाया तथा अनुष्ठान के साथ उद्यापन किया. राजस्थानी गणगौर की मंत्रमुग्ध लोकगीतों के साथ नाचते-गाते तथा तालाबों में गणगौर की प्रतिमा के विसर्जन के साथ 16 दिनों से चल रहा गणगौर महोत्सव का समापन हुआ.