सिमडेगा (रविकांत साहू) : झारखंड में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने एक कार्यपालक अभियंता को एक लाख रुपये (1,00,000 रुपये) रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. यह इंजीनियर सिमडेगा आरइओ विभाग में तैनात है. उसे बुधवार (15 जुलाई, 2020) को रांची एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रिश्वत लेते धर दबोचा.

दरअसल, रांची के एक संवेदक ने आरइओ विभाग से संचालित प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का निर्माण किया था. निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बावजूद बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा था. इसी राशि के भुगतान के एवज में आरइओ विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने 1,00,000 रुपये की रिश्वत मांगी. रिश्वत नहीं देने पर बिल का भुगतान रोक दिया गया.

इस बाबत संवेदक ने रांची में एंटी करप्शन ब्यूरो के कार्यालय में शिकायत की. इसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने मामले की जांच की. जांच में शिकायत सही मिली, तो एसीबी की टीम ने कार्यपालक अभियंता को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया. एंटी करप्शन ब्यूरो की ट्रैप टीम सिमडेगा आरईओ के कार्यपालक अभियंता के आवास में पहुंची.

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यहां संवेदक ने जैसे ही अरविंद कुमार को एक लाख रुपये का भुगतान किया, सादे वेश में वहां तैनात एसीबी की ट्रैप टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. टीम ने अरविंद कुमार के घर की तलाशी ली, तो वहां से उसे 80,000 रुपये नकद मिले.

एंटी करप्शन ब्यूरो के डीएसपी राज नारायण सिंह एवं ब्यूरो के स्पेशल मजिस्ट्रेट शाहिद अख्तर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि आरइओ के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को एक लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा उनके घर की तलाशी लेने पर 80,000 रुपये मिले हैं.

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अधिकारियों ने बताया कि आगे भी अरविंद कुमार से पूछताछ की जायेगी. उसके बाद उनकी संपत्ति की जांच की जायेगी. रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गये कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने गिरफ्तारी के बाद कहा कि उन्हें जबरन रुपया पकड़ाकर फंसाया गया है. वे पूरी तरह निर्दोष हैं.

Posted By : Mithilesh Jha