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रांची-झारखंड की राजधानी रांची में एक बार फिर एजेंसी ने छापेमारी की. अयोध्यापुरी रोड नंबर-1 में बुधवार को छापेमारी की गयी. निजी बैंक के अधिकारी सौरभ कुमार के मकान में टीम ने कागजात खंगाले. चर्चा है कि एजेंसी ने आईएएस मनीष रंजन से जुड़े मामले में पूछताछ की है. यहां टीम ने ठाकुर नाम के एक व्यक्ति से जुड़े कागजातों को भी खंगाला. एजेंसी को कुछ कॉल डिटेल्स हाथ लगने की भी जानकारी मिली है. अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस एजेंसी की ओर से छापेमारी की गयी.
मनीष रंजन से पूछताछ कर चुकी है ईडी
झारखंड के पूर्व ग्रामीण विकास विभाग के सचिव मनीष रंजन फिलहाल ईडी का सामना कर रहे हैं. 28 मई को ईडी के अफसरों ने उनसे पूछताछ की थी. इसमें उन्होंने खुद को ईमानदार अफसर बताया. ईडी ने ग्रामीण विकास विभाग के टेंडर में कमीशनखोरी व मनी लाउंड्रिंग मामले में उन्हें समन भेजा था और क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा था. पहले समन पर वे उपस्थित नहीं हुए थे और कर्मचारी से चिट्ठी भेजकर समय की मांग की थी. इसके बाद दूसरे समन पर वे ईडी ऑफिस में पूछताछ के लिए हाजिर हुए थे.
ईडी की गिरफ्त में हैं मंत्री आलमगीर आलम, पीएस व सहायक
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम विभागीय टेंडर में कमीशनखोरी व मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी की गिरफ्त में हैं. रिमांड पर लेकर ईडी के अधिकारी उनसे लगातार पूछताछ कर रहे हैं. ईडी ने इन्हें भी समन भेजा था और पूछताछ के दूसरे दिन 15 मई को इन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले इनके पीएस संजीव कुमार लाल व सहायक जहांगीर आलम को ईडी ने दबोचा था. इनके यहां से नोटों के पहाड़ मिले थे. सहायक जहांगीर के ठिकाने से 32 करोड़ रुपए मिले थे. पैसे गिनते-गिनते मशीनें हाफने लगी थीं. इससे जुड़े अन्य ठिकानों से ईडी ने करीब 37 करोड़ रुपए बरामद किए हैं.
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