Jharkhand Weather: झारखंड में अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड, पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी से होगा सक्रिय
झारखंड के कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से मिले नोटों के अकूत भंडार का मामला सोमवार (11 दिसंबर) को संसद में गूंजा. रांची के सांसद संजय सेठ ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया. कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद के ठिकानों से करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए नकद मिलने के बाद उन्होंने झारखंड सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. जैसे ही संजय सेठ ने यह सवाल उटाया, संसद में हंगामा हो गया. सत्ता पक्ष के सदस्यों ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से जवाब मांगना शुरू कर दिया. रांची के सांसद ने कहा कि यह सिर्फ नकदी की बरामदगी का मामला नहीं है, यह राष्ट्र की सुरक्षा से भी जुड़ा है. इतना ही नहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की सुरक्षा से जुड़े सवाल भी संसद में पूछे. उन्होंने ईडी अफसरों को मिल रही धमकी और उनके खिलाफ रची जा रही साजिश पर सदन में चिंता जताई. भाजपा सांसद ने कहा कि खनिज संपदा से संपन्न झारखंड को कांग्रेस के सहयोग से चल रही इंडी गठबंधन (I.N.D.I.A.) सरकार ने भ्रष्टाचार की खदान बना दिया है. झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल की सरकार है.
नकदी बरामदगी कोई छोटी बात नहीं : संजय सेठ
संजय सेठ ने लोकसभा में कहा कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद के यहां से 500 करोड़ रुपए की बरामदगी कोई छोटी बात नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में ईडी के अधिकारियों की जान खतरे में है. उनकी सुरक्षा खतरे में है. यह सब कुछ राज्य सरकार के द्वारा संपोषित भ्रष्टाचार से जुड़े लोगों की वजह से है. सांसद ने सदन में मांग की की झारखंड में ईडी के अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. गठबंधन की भ्रष्ट सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए और इतने व्यापक पैमाने पर नगदी रखने वाले भ्रष्ट सांसद की तत्काल गिरफ्तारी हो. संजय सेठ ने कहा कि यह वास्तव में चिंता का विषय है कि कोई आदमी व्यवसाय की आड़ में इतनी बड़ी नकदी कैसे रख सकता है.
मोहब्बत की दुकान खोलते-खोलते भ्रष्टाचार की खदान बन गई कांग्रेस
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोहब्बत की दुकान खोलते-खोलते भ्रष्टाचार की खदान बनकर रह गई है. संजय सेठ ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट में ईडी के अधिकारियों ने जो हलफनामा दाखिल किया है, उसमें जो तथ्य दिए गए हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं. बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और लोकतंत्र के लिए किसी भी रूप में अच्छा नहीं है. लोकसभा सदस्य संजय सेठ ने झारखंड में बड़े पैमाने पर हो रहे धर्मांतरण का मुद्दा भी उठाया. जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने उनके सवाल के जवाब में कहा कि यह राज्य का विषय है और इस मामले में राज्य सरकार को ही कार्रवाई करनी है.