News of sexual abuse of girls in Medininagar : सीडब्ल्यूसी के सदस्य व्हाट्सऐप पर फोटो भेज लड़कियों की डिमांड करते थे

बालिका गृह में नाबालिग बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण के मामले में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. सीडब्ल्यूसी के सदस्य धीरेंद्र किशोर पर आरोप है कि वे वह बालिका गृह की काउंसलर प्रियंका को व्हाट्सऐप पर संबंधित लड़कियों का फोटो भेज कर उनकी डिमांड करते थे.

By Prabhat Khabar News Desk | December 6, 2024 12:10 AM

शिवेंद्र कुमार (मेदिनीनगर). बालिका गृह में नाबालिग बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण के मामले में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में सीडब्ल्यूसी के सदस्यों, बालिका गृह के संचालक राम प्रताप गुप्ता, काउंसलर प्रियंका और एक अधिकारी की संलिप्तता के गंभीर आरोप लग रहे हैं. सीडब्ल्यूसी के सदस्य धीरेंद्र किशोर पर आरोप है कि उन्होंने बालिका गृह में रखी गयी कुछ नाबालिग लड़कियों के फोटो खींच कर अपने पास रख लिये थे. वह बालिका गृह की काउंसलर प्रियंका को व्हाट्सऐप पर संबंधित लड़कियों का फोटो भेज कर उनकी डिमांड करते थे. व्हाट्सऐप चैट में धीरेंद्र किशोर काउंसलर से गंदी-गंदी बातें करते थे. साथ ही काउंसलर पर भी गंदे काम करने का दबाव बनाते थे. हालांकि, धीरेंद्र किशोर ने काउंसलर के साथ हुए व्हाट्सऐप चैट को अपने फोन से डिलीट कर दिया है.

लड़कियों को डरा-धमका कर निर्णय लिया जाता था

इसके अलावा बालिका गृह में रखी गयी नाबालिग लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार का मामला भी प्रकाश में आया है. आरोप है कि इस तरह के जितने भी मामले आते थे, उसमें धीरेंद्र किशोर द्वारा लड़कियों को डरा-धमका कर निर्णय लिया जाता था. ज्यादातर मामलों में बिना कोई आदेश पारित किये मौखिक रूप से निबटारा कर दिया जाता था, जो नियम विरुद्ध है. नियम विरुद्ध बालिका गृह की बच्चियों को बिना किसी लीगल परमिशन के बाहर जाने दिया जाता था. पूर्व में जितनी घटनाएं घटी हैं, उनमें भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. यह भी आरोप है कि सीडब्ल्यूसी के सदस्य और बालिका गृह की काउंसलर बच्चियों से पैसे की डिमांड करते थे.

एक नाबालिग लड़की तीन महीने से है लापता

जानकारी के अनुसार, बालिका गृह में 28 बच्चियों के बारे में जानकारी दी गयी थी, लेकिन जांच की गयी तो पता चला कि यहां 27 बच्चियां ही हैं. लातेहार की रहनेवाली एक नाबालिग बच्ची तीन महीने से लापता है. इस संबंध में जब सीडब्ल्यूसी और आइसीपीएस के अधिकारियों से सवाल किया गया, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. इस मामले में पलामू उपायुक्त के स्तर पर लातेहार जिला प्रशासन से पत्राचार किया जा रहा है. पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि वह नाबालिग बच्ची कहां है?

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