झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी धीमी, 38 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट बनने थे लेकिन बने सिर्फ 4
नोडल अफसरों से कहा गया है कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना है, लेकिन अब तक कई जिले में पीएसए प्लांट शुरू ही नहीं हो पाया है. यह चिंतनीय है. ऐसे में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण तत्काल पूरा करते हुए उसे चालू कराया जाये. आदेश में सभी कार्य के लिए समय सीमा भी तय कर दी गयी है.
Coronavirus Third Wave In Jharkhand रांची : राज्य के अलग-अलग जिले में पीएम केयर से 38 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाये जाने थे. कोरोना की तीसरी लहर को देखते लेकिन अभी तक मात्र चार ही तैयार हो पाये है. पीएसए प्लांट के निर्माण की गति धीमी होने पर जिला में नियुक्त नोडल आॅफिसर को तेजी लाने का आदेश दिया गया है. एचएचएम के अभियान निदेशक उमाशंकर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह आदेश दिये गये.
नोडल अफसरों से कहा गया है कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना है, लेकिन अब तक कई जिले में पीएसए प्लांट शुरू ही नहीं हो पाया है. यह चिंतनीय है. ऐसे में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण तत्काल पूरा करते हुए उसे चालू कराया जाये. आदेश में सभी कार्य के लिए समय सीमा भी तय कर दी गयी है.
सिविल कार्य, उपकरणों की खरीद, बिजली की व्यवस्था व पाइप लाइन के कार्य के लिए 18 जुलाई की समय सीमा तय की गयी है. ऑक्सीजन पाइपिंग के कार्य सहित सभी अधूरे कार्य के लिए 30 जुलाई तक का समय निर्धारित किया गया है. नोडल आॅफिसर पीएसए प्लांट के लिए सरकारी स्तर व एनजीओ से मिले फंड का उपयोग कर निर्माण कार्य में तेजी लायें. साथ ही नोडल आॅफिसर प्रतिदिन के कार्य की प्रगति की अद्यतन रिपोर्ट दें. बैठक में ड्रग कंट्रोलर रितू सहाय,स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ वीबी प्रसाद, स्टेट सर्विलांस ऑफिसर डॉ राकेश दयाल सहित सभी जिला के नोडल ऑफिसर शामिल हुए थे.
Posted by : Sameer Oraon