नयी दिल्ली स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) किये जाने पर राजनीति तेज हो गयी है. कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं के बीच वार-पलटवार और बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कांग्रेस की बयानबाजी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. खूंटी के लोकसभा सांसद ने कहा है कि हमारा देश लोकतांत्रिक देश है. यह सभी लोगों का देश है. देश किसी व्यक्ति के माध्यम से नहीं चलता, यह एक व्यवस्था के माध्यम से चलता है. यह लोकतंत्र है.

प्रधानमंत्री कोई व्यक्ति नहीं, एक संस्था है : अर्जुन मुंडा

अर्जन मुंडा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री कोई व्यक्ति नहीं है. यह एक संस्था है. इसलिए म्यूजियम को सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित किया गया है, जिन्होंने अब तक देश की सेवा की है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सह मीडिया प्रभारी ने ट्वीट किया कि आज से एक प्रतिष्ठित संस्था का नाम बदलकर उसका नया नामकरण कर दिया गया. विश्व के प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी को अब प्राइम-मिनिस्टर्स मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से जाना जायेगा.

पीएम मोदी के मन में कई तरह का है डर : जयराम रमेश

जयराम रमेश ने आगे लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में कई तरह के भय हैं. उनमें असुरक्षा का भाव है. खासकर सबसे लंबे अरसे तक देश की सेवा करने वाले हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को लेकर. उनका एकमात्र एजेंडा रह गया है, नेहरू के कार्यों को नकारना, उसके बारे में तोड़-मरोड़कर बातें करना, उनको अपमानित करना और नेहरू की विरासत को बर्बाद करना. उन्होंने म्यूजियम से ‘एन’ को हटाकर वहां पर ‘पी’ लिख दिया है. यह पी क्षुद्रता और चिड़चिड़ापन को दर्शाता है.

Also Read: अब पीएम म्यूजियम के नाम से जाना जाएगा नेहरू मेमोरियल, बोले जयराम- हमेशा जिंदा रहेगी नेहरू की विरासत

नेहरू के योगदान को कभी नहीं मिटा पायेंगे मोदी

जयराम रमेश ने कहा कि मोदी चाहे कुछ भी कर लें, वह स्वतंत्रता आंदोलन में पंडित जवाहर लाल नेहरू के अतुलनीय योगदान को कभी नहीं मिटा पायेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी और उनका ढोल पीटने वाले लोग भारतीय को लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाने, देश में वैज्ञानिक और उदार नींव के निर्माण में नेहरू के महान योगदान को कभी नहीं मिटा पायेंगे. लगातार हो रहे हमलों के बावजूद जवाहर लाल नेहरू की विरासत दुनिया में जिंदा रहेगी और आने वाली कई पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.