सीसीएल में अस्सी फीसदी से ज्यादा कोयला उत्पादन आउटसोर्स से होगा
सीसीएल को चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) में एक लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य मिला है. इसमें 81 फीसदी से अधिक कोयले का उत्पादन आउटसोर्स के माध्यम से होगा.
रांची. सीसीएल को चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) में एक लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य मिला है. इसमें 81 फीसदी से अधिक कोयले का उत्पादन आउटसोर्स के माध्यम से होगा. कंपनी के कर्मी विभागीय स्तर से मात्र 19 फीसदी ही कोयले का उत्पादन करेंगे. इसमें 17 फीसदी ओपन कास्ट तथा करीब दो फीसदी अंडरग्राउंड का है. कोल इंडिया ने कंपनी का लक्ष्य तय किया है. अगले तीन माह का एरियावार लक्ष्य कंपनी ने तय कर दिया है. पिछले वित्तीय वर्ष में सीसीएल ने करीब 87 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया है. कंपनी का लक्ष्य 84 मिलियन टन कोयला उत्पादन का था.
आम्रपाली चंद्रगुप्त से सबसे अधिक उत्पादन का लक्ष्य
सीसीएल ने सबसे अधिक उत्पादन का लक्ष्य आम्रपाली और चंद्रगुप्त परियोजना से रखा है. इस परियोजना से करीब 25300 टन कोयले का उत्पादन होगा. यहां सभी उत्पादन आउटसोर्स से होगा. कंपनी के मगध और संघमित्रा खदान से करीब 24 हजार टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.
जून तक 21 हजार टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य
कंपनी ने जून 2024 तक करीब 21 हजार टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है. इसमें अप्रैल माह में 6200, मई में 7618 तथा जून माह में 7057 टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. इसमें अंडर ग्राउंड से करीब 173 मिलियन टन कोयला निकाला जायेगा. वहीं, ओपन कास्ट से करीब 20702 टन कोयला निकाला जायेगा. इसमें विभागीय उत्पादन से 3773 तथा आउटसोर्स से करीब 16928 टन कोयले का उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.
गिरिडीह, तारणी और करगली ओसी में लक्ष्य तय नहीं
कंपनी ने गिरिडीह, तारणी और करगली प्रोजेक्ट के लिए कोई उत्पादन लक्ष्य नहीं रखा है. करगली ओसी बीएंडके एरिया में पड़ता है. वहीं, तारमी ओसी ढोरी एरिया में पड़ता है. गिरिडीह ओसी गिरिडीह एरिया में पड़ता है.