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रांची: झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि वे निश्चित रूप से अयोध्या जाएंगे. अयोध्या व भगवान श्रीराम के प्रति लोगों में आस्था है. 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में या फिर बाद में वे अयोध्या जाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अपना प्रोटोकॉल है. इसका निर्णय भारत के राष्ट्रपति द्वारा किया जाएगा. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में आयोजित एक भारत श्रेष्ठ भारत पहल के तहत ‘युवा संगम’ कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में ये बातें कहीं.
प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों को किया सम्मानित
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में आयोजित एक भारत श्रेष्ठ भारत पहल के तहत ‘युवा संगम’ कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू इस कार्यक्रम के तहत हमारे देश के एक क्षेत्र के युवा दूसरे क्षेत्र की संस्कृति से अवगत हो रहे हैं एवं आपस में संवाद कर रहे हैं. विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की भाषाएं, खान-पान, रीति रिवाज, परम्पराएं इत्यादि अलग-अलग हैं लेकिन हमारे देश में विविधता में एकता है, जो हमारी सबसे बड़ी ताकत है. इस कार्यक्रम के तहत देश के युवा इसको भी आत्मसात कर रहे हैं. युवा देश के कर्णधार होते हैं, भविष्य के निर्माता होते हैं. युवा अपना लक्ष्य निर्धारित कर एवं संयमित होकर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ें. इससे आपकी प्रगति होगी और देश की भी प्रगति होगी. राज्यपाल ने इस कार्यक्रम में एनआईटी कुरुक्षेत्र, हरियाणा एवं आईआईआईटी, रांची से आए प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों को सम्मानित किया.
श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर झारखंड में तैयारी
अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी 2024 को है. इसे लेकर झारखंड में भी तैयारी जोरों पर है. अयोध्या श्रीरामजन्म भूमि से पूजित अक्षत का घर-घर वितरण किया जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद की ओर से 1 जनवरी से झारखंड में इसकी शुरुआत कर दी गयी है. 15 जनवरी तक पूजित अक्षत का वितरण किया जाएगा. इसके जरिए लोगों को अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया जा रहा है.
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देश के 10 करोड़ परिवारों को दिया जाएगा निमंत्रण
बताया जा रहा है कि देश के 10 करोड़ परिवार तक कार्यकर्ता निमंत्रण देंगे. 5 लाख से अधिक मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान, आरती एवं दीपोत्सव का कार्यक्रम होगा. प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में लगभग 25 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसे लेकर विदेश में रह रहे हिंदू समाज में भी काफी उत्साह है.
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