रांची: दो दिनों से ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की हड़ताल से राजधानी रांची की परिवहन व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में यात्रियों के लिए सिटी बसें लाइफलाइन बनी हुई हैं. बुधवार को राजधानी रांची की सड़कों पर 41 सिटी बसें चलीं. सभी बसें यात्रियों से भरी थीं. बसों में पांव रखने तक की जगह नहीं मिल रही थी. सिटी बसें खचाखच भरी थीं. हड़ताल की वजह से यात्रियों की परेशानी बढ़ गयी है. इस बीच नगर निगम की सिटी बसों से लोगों को काफी राहत मिल रही है.

बस चालकों के साथ कहां की गयी बदतमीजी?

सिटी बसों के ड्राइवर व कंडक्टर के साथ बुधवार को रांची के हिनू और धुर्वा के ऑटो चालकों ने बदतमीजी की. काफी देर तक बस को खड़ा रखा. ऑटो चालकों ने बस चालकों से कहा कि बसों के चलने के कारण हमारा आंदोलन कमजोर पड़ रहा है. ऐसे में वे भी ऑटो चालकों के समर्थन में बस चलाना बंद करें अन्यथा अनहोनी हो सकती है.

किसने एसएसपी को पत्र लिखकर मांगी सुरक्षा?

सिटी बसों का परिचालन सुचारु रूप से हो, इसको लेकर रांची नगर निगम ने बुधवार को एसएसपी को पत्र लिखा. पत्र में एसएसपी से कहा गया है कि हड़ताल के दौरान ऑटो या ई-रिक्शा के चालक सिटी बसों में तोड़फोड़ कर सकते हैं. ऐसे में बसों की सुरक्षा को लेकर ट्रैफिक पुलिस और संबंधित थाना प्रभारियों को दिशा निर्देश दिया जाए.

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