Jharkhand Weather: झारखंड में अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड, पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी से होगा सक्रिय
रांची : झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र 18 से 22 सितंबर तक संभावित है. सरकार ने मॉनसून सत्र को लेकर प्रस्ताव बना लिया है. इसमें तीन दिन कार्य दिवस होंगे. सरकार द्वारा तैयार प्रस्ताव कैबिनेट से पारित होने के बाद राज्यपाल को भेज दिया जायेगा. इधर, कोरोना महामारी के बीच मॉनसून सत्र आहूत करने को लेकर सख्त गाइडलाइन बनायी जायेगी. सत्र में शामिल होनेवाले विधायकों से लेकर उनके सहयोगी व आने-जानेवालों की कोरोना जांच अनिवार्य होगी. सत्र शुरू होने के 72 घंटे पहले की जांच मान्य होगी.
इस बाबत स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि संक्रमण के इस दौर में किसी के जान को जोखिम में नहीं डाल सकते हैं. सख्त गाइडलाइन बनेगी. लोकसभा द्वारा तैयार किये गये निर्देशों को पालन किया जायेगा. शुक्रवार से विधानसभा का माॅनसून सत्र शुरू होगा. शनिवार व रविवार को अवकाश रहेगा. इसके बाद सोमवार व मंगलवार को सत्र चलेगा. संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट को भेज दिया है.
स्पीकर ने कहा : किसी की जान जोखिम में नहीं डालेंगे, भीड़-भाड़ नहीं होने देंगे
-
क्या-क्या दिश-निर्देशहो सकते हैं सत्र में
-
विधानसभा सत्र में शामिल होनेवाले विधायकों को 72 घंटे पूर्व कोरोना जांच करानी होगी
-
दर्शक दीर्घा बंद करने पर होगा विचार, विधायकों के साथ आनेवाले की संख्या हो तय
-
सोशल डिस्टैंसिंग के साथ सभा कक्ष मेें बैठने की व्यवस्था हो
-
मास्क अनिवार्य रूप से पहनने का निर्देश जारी हो सकता है
24 को पूरी हो रही है अवधि
विधानसभा सत्र छह माह के अंदर आहूत करने का प्रावधान रहा है. पिछले सत्र से मॉनसून सत्र की छह माह की अवधि 24 सितंबर को पूरी होनेवाली है. सरकार की ओर से इस को ध्यान में रखते हुए बजट सत्र की तिथि निर्धारित की गयी है.
क्या कहते हैं सचिव
सरकार का प्रस्ताव मिलने के बाद विधानसभा तैयारी करेगी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिशा-निर्देश जारी किये जायेंगे. कोरोना से बचाव के हरसंभव प्रयास किये जायेंगे. तय मापदंड का पालन होगा.
– महेंद्र प्रसाद, विधानसभा सचिव
संसद में नहीं होगा प्रश्नकाल
नयी दिल्ली . संसद के आगामी मॉनसून सत्र में न तो प्रश्नकाल होगा. न ही गैर सरकारी विधेयक लाये जा सकेंगे. कोरोना महामारी के इस दौर में पैदा हुई असाधारण परिस्थितियों के बीच होने जा रहे इस सत्र में शून्य काल को भी सीमित कर दिया गया है. विपक्षी दलों ने प्रश्नकाल की व्यवस्था को कार्यवाही से हटाने का विरोध करते हुए कहा कि इससे विपक्षी सांसद सरकार से सवाल पूछने के अपने हक को खो देंगे.
लोकसभा व राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक दोनों सदनों की कार्यवाही अलग-अलग पालियों में सुबह नौ बजे से एक बजे तक और तीन बजे से सात बजे तक चलेगी. शनिवार व रविवार को भी संसद की कार्यवाही जारी रहेगी.
सिर्फ पहले दिन को छोड़ कर राज्यसभा की कार्यवाही सुबह की पाली में चलेगी, जबकि लोकसभा दूसरी पाली में बैठेगी. लोकसभा अध्यक्ष ने निर्देश दिया है कि सत्र के दौरान गैर सरकारी विधेयकों के लिए कोई भी दिन तय नहीं किया जाये. ऐसी ही एक अधिसूचना राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी की गयी है. संसद सत्र की शुरुआत 14 सितंबर को होगी.
Post By : Pritish Sahay