झारखंड के 16 जिले अब भी हैं नक्सल प्रभावित, दो साल में 108 बार हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़, पढ़ें पूरी खबर
झारखंड के 16 जिले अब भी नक्सल प्रभावित हैं. इसमें आठ जिले अति नक्सल प्रभावित है, वहीं आठ जिले नक्सल मुक्त हुए हैं. सीएम हेमंत सोरेन के साथ पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक में ये आंकड़े सामने आये हैं. पिछले दो साल में 108 बार पुलिस-नक्सली मुठभेड़ भी हुई है.
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Jharkhand News: झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे ऑपरेशन के बावजूद अब भी राज्य के 16 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इसमें आठ जिले अति नक्सल प्रभावित है, जबकि आठ जिलों में मॉडरेट नक्सली गतिविधियां हो रही है. वहीं, राज्य के आठ जिले नक्सल मुक्त हुए हैं. गुरुवार को सीएम हेमंत सोरेन के साथ पुलिस अधिकारियों की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में आंकड़े सामने आये.
राज्य के आठ जिले नक्सल मुक्त
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कोडरमा, रामगढ़ और सिमडेगा समेत आठ जिलों को नक्सल मुक्त जिला घोषित किया गया है. इसकी सबसे बड़ी वजह इन जिलों में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाने और कई नक्सलियों की गिरफ्तारी माना गया है. सरकार ने अन्य जिलों को भी नक्सलियों से मुक्त करने का निर्देश दिया है. इसको लेकर लगातार अभियान भी चल रहे हैं.
ऑपरेशन के कारण नक्सली घटना में कमी
वहीं, राज्य में सुरक्षाबलों द्वारा द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन की वजह से नक्सलियों द्वारा दिये जाने वाले घटनाओं में लगातार कमी आ रही है. प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन भाकपा माओवादियों द्वारा 22, PLFI द्वारा 13, TPC द्वारा नौ और JJMP द्वारा 10 घटनाओं को अंजाम दिया गया.
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108 बार पुलिस-नक्सली हुआ मुठभेड़
पुलिस-नक्सली मुठभेड़ की बात करेें, तो वर्ष 2020 से अभी तक 108 बार मुठभेड़ हुआ है. इन मुठभेड़ों में 27 नक्सली मारे गये हैं. वर्ष 2020 से अभी तक 45 नक्सलियों ने सरेंडर किया है तथा 1131 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है. नक्सलियों द्वारा पुलिस से लूटे गये 138 हथियार और 774 IED बरामद करने में पुलिस को सफलता मिली है.
कई नक्सली ठिकानों पर पुलिस कैंप स्थापित
सुरक्षा बलों के लगातार अभियान के कारण कई नक्सली क्षेत्रों में कैंप स्थापित किये. इसके तहत बूढ़ा पहाड़, पारसनाथ , सारंडा, पोड़ाहाट और चतरा- गया के सीमावर्ती इलाकों में 31 मार्च, 2022 तक 25 नये फॉरवर्ड पोस्ट/ कैंप स्थापित किए गये हैं. वहीं, इन क्षेत्रों में 15 नये पोस्ट भी बनाये जा रहे हैं. इससे इन इलाकों में अगर कोई नक्सली घटना होती है, तो सुरक्षाबलों को तुरंत मोर्चे पर ऑपरेशन के लिए भेजा जा सके.
आपराधिक गिरोहों के खिलाफ ATS को लगातार मिल रही सफलता
राज्य में आपराधिक गिरोहों के खिलाफ ATS को लगातार सफलता मिल रही है. ATS शीर्ष आपराधिक गिरोह के 32 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. इनके पास से 51 अत्याधुनिक हथियार और 10 हजार के लगभग कारतूस भी बरामद हुए हैं. आपराधिक गिरोहों के अपराधियों के पास से लगभग 76 लाख 97 हजार रुपये नगद बरामद किये गये हैं. कई इंटर स्टेट आपराधिक गिरोहों का पर्दाफाश करने में ATS को सफलता भी मिली है.
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