Jamshedpur News: टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव में मंगलवार को निर्वाचन क्षेत्र का अंतिम प्रकाशन किया गया. टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव में निर्वाचन क्षेत्र पर कुल 43 दावा और आपत्तियों को जमा किया गया था. इसके अनुरूप चुनाव पदाधिकारी सीएच श्रीनिवास राव, चुनाव समिति के सदस्य निशांत प्रकाश, अजय लकड़ा, शांतनु राय, रवींद्र सिंह, दीपक कुमार और प्रभुनाथ सिंह की देखरेख में सारी आपत्तियों को निष्पादित किया गया. इसके बाद चुनाव समिति के लिए तैनात यूनियन के सीनियर एडमिनस्ट्रेटिव इंचार्ज सह ओवरऑल सुपरवाइजर धर्मबीर कुमार सिंह के साथ मिलकर सारे लोगों ने इसको चस्पा किया. एक दावा आपत्ति ऐसा भी आया कि जो एक ही व्यक्ति ने एक ही विषय पर दो बार किया था, जिसका संयुक्त रूप से निष्पादन कर दिया गया. इस प्रकार कुल 43 दावा आपत्ति आये थे, जिसमें से 38 दावा आपत्तियों का चुनाव संचालन समिति ने निष्पादन कर दिया. चुनाव कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को ही 11300 के करीब मतदाताओं के सूची का प्रकाशन कर दिया गया. इस बार के टाटा वर्कर्स यूनियन चुनाव में कुल 11300 मतदाता वोटिंग करेंगे.

ये सारी आपत्तियां आयी, इसका हुआ निष्पादन

  1. मतदाताओं की संख्या में सुधार के लिए सबसे ज्यादा 18 दावा आपत्ति आयी थी, जिसमें चुनाव संचालन समिति ने सभी 18 दावा आपत्ति का निष्पादन किया.

  2. विभाग और अनुभाग स्थानांतरण में कुल 9 आपत्तियां आई, जिसमें से पांच का निष्पादन कर दिया गया. बाकी चार दावा आपत्ति, जो यूनियन के संविधान के दायरे से बाहर थी, जिसको छोड़ दिया गया.

  3. निर्वाचन क्षेत्र में कोई फेरबदल नहीं करने के लिए कुल चार आवेदन आए थे, जिसमें सभी का निष्पादन चुनाव संचालन समिति द्वारा किया गया.

  4. अनुभाग के नाम की व्याख्या सही प्रकार से करने हेतु कुल चार आवेदन आए थे, उन सभी का निष्पादन चुनाव संचालन समिति द्वारा कर दिया गया.

  5. निर्वाचन क्षेत्र में विलय हेतु, गत चुनाव 2021 में जो निर्वाचन क्षेत्र था, उसमें इस चुनाव 2024 में फेरबदल किया गया था, जिसके लिए दावा आपत्ति आया था कि उसे 2021 चुनाव के निर्वाचन क्षेत्र के अनुसार ही रहने दिया जाए. इस पर कुल पांच दावा आपत्तियां आयी, जिस पर चुनाव संचालन समिति ने गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए चार का निष्पादन कर दिया तथा एक आवेदन को यूनियन संविधान के दायरे से बाहर था, इस वजह से उसको अस्वीकार किया गया.

  6. सीटों की संख्या में वृद्धि के लिए एक आवेदन आए थे, जो यूनियन संविधान के दायरे से बाहर था, इसीलिए उसे अस्वीकार किया गया.

  7. अनुभाग के नाम का प्रकाशन गलत तरीका से होने हेतु एक आवेदन आया था, जिसका समिति ने सुधार कर दिया.

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