गुमला में रोहित नाम से रह रहा था विमलेश यादव
महंगा पड़ा फोन नंबर बदल अपने सहयोगियों से संपर्क करना, नंबर ट्रेस कर पहुंची पुलिस
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महंगा पड़ा फोन नंबर बदल अपने सहयोगियों से संपर्क करना, नंबर ट्रेस कर पहुंची पुलिस बेउर जेल में बंद अपने सहयोगी पप्पू यादव की पत्नी व दो बच्चों के साथ किराये के मकान में रह रहा था शांति नगर के जिस घर में विमलेश रहता था, वह घर एक सरकारी कर्मी का है, उसकी भी जांच कर रही है पुलिस विमलेश के पास से दो फर्जी आधार कार्ड, दो सिम कार्ड व एक बाइक बरामद की गयी है गुमला. बिहार का कुख्यात अपराधी विमलेश यादव गुमला शहर में नाम बदल कर रह रहा था. पुलिस पूछताछ में विमलेश ने बताया है कि वह गुमला में रोहित कुमार के नाम से छिप कर रह रहा था. विमलेश के साथ अन्य चार सदस्य भी रह रहे थे. महिला व बच्चों के साथ में रहने के कारण वह डेढ़ माह से गुमला में छिपा हुआ था. परंतु, पुलिस की टेक्निकल सेल ने विमलेश यादव को पकड़ लिया. बताया जा रहा है कि विमलेश यादव गुमला में आने के बाद मोबाइल नंबर बदल लिया था. मोबाइल नंबर बदल कर वह अपने अपराधी सहयोगियों से बात की. इसके बाद ही वह पुलिस पकड़ में आया. इधर, पूछताछ के बाद गुमला पुलिस ने शुक्रवार को विमलेश को गुमला जेल भेज दिया. गुमला सदर थाना के थानेदार सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि विमलेश यादव गुमला शहर के शांति नगर में राजेंद्र कुमार के घर में डेढ़ माह से अपना नाम रोहित कुमार बदल कर रह रहा था. उसके साथ उसके सहयोगी पप्पू यादव की पत्नी व दो बच्चे एवं पप्पू यादव का साला रह रहा था. पुलिस ने उसके पास से दो फर्जी आधार कार्ड, दो सिम व एक बाइक (जिसका चेचिस नंबर मिटाया हुआ था) बरामद की है. वर्तमान में पप्पू यादव पटना के बेउर जेल में बंद है. वह गुमला में रह कर कभी-कभी बर्फ का ठेला लेकर बिक्री करता था. विमलेश गुमला में डेढ़ माह से रह रहा था. थानेदार ने बताया कि मकान मालिक राजेंद्र कुमार सरकारी सर्विस करता है. उनकी पत्नी ही गुमला में रह कर उसे मकान किराये पर दिया था. विमलेश यादव पर कुल 11 केस दर्ज हैं, जिसमें तीन मर्डर केस हैं. विमलेश यादव बलोरा गांव, थाना- बंशी, जिला- अरवल का निवासी है. उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस को विमलेश यादव की गिरफ्तारी की सूचना दी गयी है. बिहार पुलिस जब आयेगी, तब उसे रिमांड में लेकर पटना जायेगी. गुमला में होने वाली थी बड़ी बैठक: बताया जा रहा है कि विमलेश बिहार से भाग कर गुमला में छिप कर रह रहा था. परंतु उसका संपर्क बिहार में रहने वाले अपने अपराधी दोस्तों के साथ था. गुमला में रह कर ही वह अपराध की घटनाओं को अंजाम दिलाता था. यहां तक कि वह झारखंड में भी एक संगठन खड़ा करने की फिराक में था. इसके लिए उन्होंने गुमला में एक बड़ी बैठक रखने की तैयारी कर रहा था. इसमें बिहार व झारखंड के कुछ नामचीन शूटर व अपराधियों को बुलाने की तैयारी की थी. इससे पहले पुलिस को उसके गुमला में होने की सूचना मिल गयी और पुलिस ने उसे धर दबोचा. अगर पुलिस उसे समय पर नहीं पकड़ती तो गुमला शहर में आपराधिक घटना घट सकती थी.