बाबा साहब की तस्वीर लगे भीम आर्मी का झंडा फाड़ने पर आक्रोश, किया प्रदर्शन
4 अप्रैल को संविधान निर्माता डॉ भीम राव आंबेडकर वीं जयंती पर भीम आर्मी ने जमुआ चौक पर झंडा लगाया था. बुधवार को रामनवमी के दिन जुलूस व अखाड़ा के दौरान शरारती तत्वों ने झंडा फाड़ दिया.
जमुआ. 14 अप्रैल को संविधान निर्माता डॉ भीम राव आंबेडकर वीं जयंती पर भीम आर्मी ने जमुआ चौक पर झंडा लगाया था. बुधवार को रामनवमी के दिन जुलूस व अखाड़ा के दौरान शरारती तत्वों ने झंडा फाड़ दिया. यह मामला सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद गुरुवार को भीम आर्मी बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान भीम आर्मी के पदधारकों ने थाना में आवेदन देकर मामले की जांच व कार्रवाई की मांग की है. भीम आर्मी के प्रखंड अध्यक्ष संजय दास ने जमुआ थाना में आवेदन देकर कहा है कि 17 अप्रैल की रात जमुआ चौक पर पूर्व से लगे बाबा साहेब के झंडे को कंदाजोर निवासी अश्विनी कुमार पिता सुखदेव यादव व हरला गांव के अजय राय पिता जितेंद्र राय ने फाड़ कर पैर से रौंदा. इससे संविधान निर्माता के समर्थकों के मान-सम्मान को ठेस पहुंचा है और बाबा साहेब की भावना आहत हुई है. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष उज्जवल कुमार रावण ने कहा कि जमुआ चौक पर पिछले दिनों असामाजिक तत्वों ने बाबा साहेब का पोस्टर फाड़ दिया था. उस दिन भी भीम आर्मी ने प्रदर्शन कर अपनी एकता दिखायी थी. कहा कि इस मामले में संगठन ने दो चिह्नित आरोपियों के खिलाफ शिकायत की है. पुलिस मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार करे. कहा कि ऐसे अराजक तत्वों पर कार्रवाई नहीं हुई तो भीम आर्मी के बैनर तले उग्र आंदोलन किया जायेगा. मौके पर प्रखंड सचिव बीरेंद्र मेहतर, बुद्ध विहार कंदाजोर सह आंबेडकर मेला के अध्यक्ष मोहन दास बौद्ध, जयनारायण दास, कार्तिक दास, शहादत अली, मंसूर आलम, अनूप दास, महेंद्र रजक, प्रकाश राव, भारत सम्राट, बिजय राव, रोहित रावण आदि मौजूद थे. क्या कहते हैं थाना प्रभारी जमुआ थाना प्रभारी मणिकांत कुमार ने कहा कि भीम आर्मी के सदस्यों की शिकायत मिली है. किसी भी महापुरुष का झंडा फाड़ देना गलत है. पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों पर पैनी नजर रखे हुए है. मामले की जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.