बिजली कनेक्शन देने के छह साल बाद आया बिल
बिजली कनेक्शन देने के छह साल तक बिल रीडिंग करने विभागीय कर्मी नहीं आया. अब छह साल बाद हजारों रुपये का बकाया बिल थमा दिये जाने से उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गयी है. गरीब परिवार से होने के कारण मोटी बकाया बिल देने में असमर्थता जतायी है.
हजारों का बिल देख उपभोक्ता ने विभाग से माफ करने की अपील की
बेंगाबाद.
बिजली कनेक्शन देने के छह साल तक बिल रीडिंग करने विभागीय कर्मी नहीं आया. अब छह साल बाद हजारों रुपये का बकाया बिल थमा दिये जाने से उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गयी है. गरीब परिवार से होने के कारण मोटी बकाया बिल देने में असमर्थता जतायी है. मामला छोटकी खरगडीहा पंचायत के चुंगलो गांव का है. ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर बिल माफ करने की फरियाद की है. कहा है कि कनेक्शन देने के बाद समय पर बिल दिया जाता तो उन्हें भुगतान में परेशानी नहीं होती, लेकिन छह साल बाद बिल दिये जाने के कारण उनकी परेशानी बढ़ गयी है. मेहनत मजदूरी करने वाले उपभोक्ता इतनी मोटी राशि भरने में असमर्थ हैं. विभाग से आवश्यक पहल की मांग की है. आवेदन में उपभोक्ताओं ने कहा है कि वर्ष 2017-18 में गांव के कई गरीबों को पीएम आवास का लाभ मिला है. पीएम आवास बनने के बाद बिजली विभाग ने कनेक्शन दिया. कनेक्शन देने के बाद से कोई भी कर्मी मीटर रीडिंग के लिए नहीं आया.इनके नाम आया बिल :
आदो दास के नाम 21184 रुपये, रेवत दास 28171 रुपये, इसर दास 3738 रुपये, छक्कू 21645 रुपये, रेशमी देवी 10483 रुपये, गोपाल दास 19409 रुपये, दिनेश दास 5445 रुपये, मुरली दास 28774 रुपये, खेमन दास 10243 रुपये, कारू दास 19182 रुपये के अलावा गांव के अन्य उपभोक्ताओं को मोटी रकम का बिल थमाया गया है. इधर, मुखिया सुनीता देवी का कहना है कि ऊर्जा मित्र की जिम्मेदारी है कि प्रत्येक माह मीटर रीडिंग कर उपभोक्ताओं को बिल देकर कलेक्शन करें, लेकिन ऐसा नहीं किये जाने से उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है. उन्होंने विभाग से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है