East Singhbhum : डुमरिया में नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ पर निकली कलश यात्रा, गायत्री मंत्र को बताया सबसे शक्तिशाली
देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार से आये मानव चेतना और योग विज्ञान के स्नातकोत्तर पारुनी कंसा, नैंसी चैतीवार तथा खुशी कुंटल ने यज्ञ कार्य को नियमानुसार पूर्ण कराया.
डुमरिया. डुमरिया प्रखंड के कुमड़ाशोल गांव के शिव मंदिर में सोमवार को विश्व कल्याण के लिए शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया. यज्ञ से पहले 151 महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली. देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार से आये मानव चेतना और योग विज्ञान के स्नातकोत्तर पारुनी कंसा, नैंसी चैतीवार तथा खुशी कुंटल ने यज्ञ कार्य को नियमानुसार पूर्ण कराया. अतिथियों ने बताया कि गायत्री मंत्र सभी मंत्रों में सबसे सार्वभौमिक है. इससे व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. मंत्र के जाप से मनुष्य मानसिक तौर पर जागृत होता है. शाम को दीप महायज्ञ अनुष्ठान व भंडारा के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में पं रामाशीष परितराजक, गुरुदेव महतो, मितारानी साव, योगेश साव, सुधांशु साव, चंदन साव, रमाकांत पानी, पुलक साव, अबनी साव, आतंग साव, अशोक साव, हरेकृष्ण गिरि, देवनाथ माहली, मिहिर साव, पिंटू साव, सुशांत साव, अतीत साव, अजीत साव, सार्थक साव, प्रांतीक साव के अलावे काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
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