प्रतिनिधि, रानीश्वर

पर्यटन के नए आयाम और रोमांच की तलाश में जुटे यात्रियों के लिए खुशखबरी है. मसानजोर के धाजापाड़ा में पहाड़ी के ऊपर वन विभाग की ओर से बनाए गए वूडेन कॉटेज अब बुकिंग के लिए उपलब्ध हैं. साथ ही, परिसर में बने कैफेटेरिया ने भी अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं. हरे-भरे जंगलों और डैम के पानी से घिरे इस क्षेत्र में ठहरना प्रकृति और आराम का बेहतरीन संगम पेश करता है. वन विभाग ने यहां नौ वूडेन कॉटेज, एक वीआइपी कॉटेज और एक कैफेटेरिया का निर्माण किया है. वूडेन कॉटेज का काम पूरा हो चुका है, और जनवरी महीने में इसका औपचारिक उद्घाटन होने की संभावना है. पर्यटकों की सुरक्षा के लिए दो शिफ्ट में चार-चार सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं और मुख्य प्रवेश द्वार पर दो गेट लगाए गए हैं, जिनसे बिना अनुमति प्रवेश संभव नहीं होगा.

क्यों खास हैं वूडेन कॉटेज

धाजापाड़ा के वूडेन कॉटेज सिर्फ एक ठहरने की जगह नहीं, बल्कि एक अनुभव हैं. हरे-भरे जंगलों और डैम के पानी से घिरे ये कॉटेज आपको शहर की भीड़-भाड़ से दूर एक शांत और सुंदर माहौल में ले जाते हैं. प्रत्येक कमरे का किराया ₹2500 है और फिलहाल स्पॉट बुकिंग की सुविधा दी जा रही है. कमरे वातानुकूलित हैं, जिससे आरामदायक ठहराव सुनिश्चित होता है.

कैफेटेरिया और अन्य सुविधाएं

परिसर में बनाये गये कैफेटेरिया ने भी संचालन शुरू कर दिया है, जहां स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया जा सकता है. इसके अलावा, गार्ड रूम और चालकों के ठहरने की व्यवस्था पहाड़ी के नीचे की गई है. परिसर को खूबसूरत रोशनी और फूलों के पौधों से सजाया गया है, जो इसे और अधिक आकर्षक बनाते हैं.

कैसे पहुंचे

धाजापाड़ा का यह पर्यटन स्थल दुमका शहर से लगभग 30 किलोमीटर और सिउड़ी से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यूथ हॉस्टल जाने वाले रास्ते से आसानी से यहां पहुंचा जा सकता है.

अनूठा अनुभव

यहां आने वाले पर्यटक सिर्फ ठहरने का आनंद ही नहीं, बल्कि प्रकृति के करीब रहने का एक यादगार अनुभव भी हासिल करेंगे. इस क्षेत्र का शांत वातावरण, प्राकृतिक सुंदरता और आधुनिक सुविधाएं इसे झारखंड का एक अनोखा पर्यटन स्थल बनाती हैं. धाजापाड़ा के वूडेन कॉटेज में रहना किसी आनंदित अनुभव से कम नहीं होगा.

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