Dhanbad News : कहीं पोल झुका है, तो कहीं सड़क पर पड़ी है जलापूर्ति की पाइप, खतरे में है जान

लापरवाही सरकारी महकमा : उठ रहे सवाल : क्या बड़ी दुर्घटना के बाद खुलेगा जवाबदेहों की नींद?

By Prabhat Khabar News Desk | December 18, 2024 12:04 AM

धनबाद शहर के विभिन्न सड़कों पर सरकारी महकमा की छोटी-छोटी लापरवाही आमजनों पर भारी पड़ रही है. इसके चलते आये दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. कहीं सड़क के बगल में खंभा झुका हुआ है, तो कहीं सड़क पर जलापूर्ति पाइप पड़ी है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या किसी बड़ी दुर्घटना के बाद ही जवाबदेहों की नींद खुलेगी.

सिटी सेंटर : 10 वर्षों से जमीन को छू रहा खंभा

सिटी सेंटर से रणधीर वर्मा की तरफ जाने वाली सड़क पर आयकर भवन के समीप ट्रैफिक लाइट का एक पोल नीचे झुका हुआ है. एक समय यहां ट्रैफिक लाइट जलती थी. खराब होने के बाद यह बंद हो गया. यह पोल पिछले 10 वर्ष से भी ज्यादा समय से टेढ़ा हो कर सड़क को छू रहा है. प्रति दिन यहां पर ट्रैफिक पुलिस के जवान तैनात रहते हैं. छोट-बड़े प्रशासनिक, पुलिस व निगम के अधिकारी गुजरते हैं. लेकिन, कोई इसे हटाने की जहमत नहीं उठाते. इसके चलते आये दिन छोटी दुर्घटनाएं होती रहती है.

पूजा टॉकीज मोड़ : हवा में झूल रहा पोल

पूजा टॉकीज मोड़ बेकारबांध में ट्रैफिक लाइट तो नहीं जलती, लेकिन ट्रैफिक लाइट के लिए लगा पोल आधा हवा में झूल रहा है. इस सड़क पर वाहनों की भारी आवाजाही है. खासकर रात में नो एंट्री समाप्त होने के बाद बड़ी गाड़ियां खूब चलती हैं. ओवरटेक के चक्कर में या थोड़ी सी भी लापरवाही होने पर इससे सीधे टकराने की संभावना रहती है. कभी भी बड़ी घटना हो सकती है.

रजिस्ट्री ऑफिस के समीप : पाइपलाइन दुर्घटना को कर रही आमंत्रित

रणधीर वर्मा चौक के पास रजिस्ट्री ऑफिस के गेट के बगल में एक लंबे समय से जलापूर्ति वाली पाइपलाइन पड़ी हुई है. साथ ही टेलीफोन कनेक्शन के लिए पहले इस्तेमाल होने वाला डब्बा भी यहां पड़ा हुआ है. यहां पर आये दिन दुर्घटनाएं होते रहती है. जबकि यह शहर का प्राइम इलाका है. इसके बगल में ही सिविल सर्जन कार्यालय, को-ऑपरेटिव बैंक, वाणिज्य कर कार्यालय सहित कई सरकारी दफ्तर हैं.

गोल बिल्डिंग : गैस पाइप बिछा छोड़ दी गयी है मिट्टी

गोल बिल्डिंग मोड़ पर गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए गड्ढा खोदा गया था. पाइप बिछा कर मिट्टी का ढेर वहां पर छोड़ दिया गया है. कुछ स्थानों पर गड्ढा भी दिख रहा है. इसके चलते यहां पर प्राय: हर दिन वाहनें टकराते रहती हैं. कभी-कभी जानलेवा घटनाएं भी हो रही है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version