धनबाद-सिंदरी पैसेंजर की जगह चलेगी मेमू, सिंदरी टाउन स्टेशन का अस्तित्व होगा खत्म

सिंदरी टाउन स्टेशन का अस्तित्व खत्म होगा. साथ ही, धनबाद-सिंदरी पैसेंजर को बंद कर इस रूट पर मेमू ट्रेन चलायी जायेगी. धनबाद रेल मंडल इसकी तैयारी में जुटा है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 19, 2024 1:24 AM

अजय उपाध्याय, सिंदरी. सिंदरी टाउन स्टेशन का अस्तित्व खत्म होगा. साथ ही, धनबाद-सिंदरी पैसेंजर को बंद कर इस रूट पर मेमू ट्रेन चलायी जायेगी. धनबाद रेल मंडल इसकी तैयारी में जुटा है. सिंदरी मार्शलिंग यार्ड का विस्तार किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, मार्शलिंग यार्ड में सिंदरी टाउन स्टेशन को मर्ज कर दिया जायेगा. इस मर्जर के बाद ट्रेन को आगे तक चलाने की योजना है. लेकिन इसे अभी फाइनल नहीं किया गया है. बताते चलें कि 63 करोड़ रुपये की लागत से सिंदरी मार्शलिंग यार्ड का रिमॉडलिंग कार्य होना है. इस क्रम में सिंदरी मार्शलिंग यार्ड से सिंदरी टाउन साउथ लाइन तक कार्य होना है. इससे सिंदरी हर्ल से यूरिया की ट्रांसपोर्टिंग बढ़ेगी. दो मार्च को रखी गयी थी नींव : सनद रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंदरी के मार्शलिंग यार्ड के विस्तार कार्य का शिलान्यास बीते दो मार्च को हर्ल के अनावरण के दिन किया था. इसी को लेकर अब आगे के काम की तैयारी है. इस विस्तार के बाद सिंदरी टाउन स्टेशन अब यादों में रह जायेगा. सिंदरी के लोगों के लिए चालू किया गया था स्टेशन : सिंदरी टाउनशिप बसने के बाद वर्ष 1984 में एफसीआइएल के तत्कालीन जीएम एमजी शर्मा ने सिंदरी के लोगों की मांग पर इस स्टेशन को बनवाया था. 02 सितंबर 1984 को तत्कालीन रेल मंत्री एबीए गनी खान ने इसका उद्घाटन किया था. इससे सिंदरी के लोगों को काफी सुविधा उपलब्ध हुई थी. वर्तमान में धनबाद-सिंदरी पैसेंजर सिंदरी टाउन रेलवे स्टेशन से धनबाद के बीच चलायी जाती है. यहां स्टेशन पर रिजर्वेशन काउंटर की भी सुविधा उपलब्ध है. अब मार्शलिंग यार्ड से होगा कंट्रोल : नयी व्यवस्था के तहत सिंदरी टाउन रेलवे स्टेशन से चलने वाली मेमू ट्रेन व अन्य व्यवस्था पर सिंदरी मार्शलिंग यार्ड से नियंत्रण किया जायेगा. इसकी दूरी 1.92 किलोमीटर है. इसके साथ ही वर्तमान सिंदरी स्टेशन का नाम समाप्त हो जायेगा. कोट : भारतीय रेल का काम एफसीआइएल की जमीन पर शुरू हुआ है. फिलहाल काम बंद करने का आदेश दिया गया है, क्योंकि अभी कोई आदेश रेलवे की ओर से लिखित नहीं आया है. देवदास अधिकारी, भू-संपदा अधिकारी, एफसीआइएल

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