वर्ष 2028-29 तक 16,129 मेगावाट बिजली उत्पादन करेगी कोल इंडिया
कोयला मंत्रालय ने डायवर्सिफिकेशन के तहत बिजली उत्पादन के क्षेत्र में बढ़ाया कदम
कोयला मंत्रालय ने डायवर्सिफिकेशन के तहत बिजली उत्पादन के क्षेत्र में कदम बढ़ाया है. उक्त कार्ययोजना के मुताबिक कोल इंडिया ने वर्ष 2028-29 तक 16,129 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसमें 7,160 मेगावाट बिजली थर्मल प्लांटों व 8,969 मेगावाट बिजली का उत्पादन सोलर पावर प्लांटों के माध्यम से किया जायेगा. सूचना के मुताबिक कोल इंडिया ने चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) में थर्मल पावर प्लांटों से 1980 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जबकि वित्तीय वर्ष 2028- 29 तक 5,180 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जायेगा. इस तरह से कोल इंडिया की थर्मल पावर प्लांटों से बिजली उत्पादन की क्षमता 7,160 मेगावाट हो जायेगी. बता दें कि कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसइसीएल और एमपीपीजीसीएल के संयुक्त उद्यम से मध्य प्रदेश में 660 मेगावाट क्षमता वाला सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्थापित हो रहा है. उक्त परियोजना की अनुमानित लागत 5,600 करोड़ रुपये है. जबकि एमसीएल की सहायक कंपनी महानदी बेसिन पॉवर लिमिटेड द्वारा ओड़िशा के सुंदरगढ़ जिले में 1,600 मेगावाट क्षमता सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट प्रस्तावित किया गया है. इसकी अनुमानित लागत 15,947 करोड़ रुपये है. वहीं एनएलसी द्वारा राजस्थान के तालाबीरा थर्मल पावर प्लांट (एनटीटीपीपी) के निर्माण की आधारशिला रखी गई है. इस संयंत्र की क्षमता 2,400 मेगावाट होगी. 8,969 मेगावाट क्षमता वाले सोलर प्लांट्स की स्थापना :कोल इंडिया द्वारा वर्ष 2028-29 तक 8,969 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट्स की स्थापना की जायेगी. जबकि वर्ष 2023- 24 में 1,461 मेगावाट क्षमता के सोलर पॉवर प्लांट्स स्थापित किए जा चुके है.
कोल इंडिया @ किस वर्ष कितना बिजली उत्पादन का है लक्ष्य
वर्ष बिजली उत्पादन (मेगावाट)2024- 25 729
2025- 26 17652026- 27 2160
2027- 28 20652028- 29 2250
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