श्रावणी मेला 2023 : चार जुलाई से बाबा मंदिर में बदल जाएगी व्यवस्था, भोलेनाथ पर अरघा से होगा जलाभिषेक
झारखंड-बिहार सीमा स्थित दुम्मा में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने श्रावणी मेले का उद्घाटन किया. इसके साथ ही चार जुलाई से बाबा मंदिर में स्पर्श पूजा बंद हो जाएगी. वहीं, अरघा से बाबा भोलेनाथ को कांवरिये जलाभिषेक कर पाएंगे. शीघ्रदर्शनम कूपन की दर पांच सौ रुपये होगी.
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Shravani Mela 2023: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला मंगलवार चार जुलाई, 2023 से शुरू हो जायेगा. इसके साथ ही पूरे मेले तक बाबा मंदिर में सारी व्यवस्थाएं बदल जायेंगी. कांवरियों को सुलभ जलार्पण कराने के उद्देश्य से बाबा मंदिर में अरघा के माध्यम से जलार्पण कराया जायेगा. वहीं, मंदिर अब हर दिन मेले के दौरन सुबह 03:05 बजे खुलेगा. पट खुलते ही 15 मिनट तक कांचा जल पूजा तथा उसके बाद करीब 40 मिनट तक सरकारी पूजा होगी. इसके बाद सुबह 03:45 बजे से आम कांवरियों के लिए अरघा के माध्यम से जलार्पण प्रारंभ हो जायेगा. वहीं सुबह छह बजे शीघ्रदर्शनम का गेट खोला जायेगा.
मंझला खंड में लगेगा अरघा
कांचा जल पूजा समाप्त होने के बाद मंझला खंड में अरघा लगा दिया जायेगा. इस अरघा के माध्यम से कांवरिये बाबा पर जलार्पण करेंगे. जलार्पण के बाद शत-प्रतिशत जल बाबा पर अर्पित होगा. वहीं बाहर निकास द्वार के ठीक बगल में भी तीन बाह्य अरघा लगे रहेंगे, जिसे पाइपलाइन के माध्यम से मुख्य अरघा में जोड़ा गया है. इस बाह्य अरघा में जलार्पण करने के बाद भक्तों का जल पाइप लाइन के माध्यम से सीधे बाबा पर अर्पित होगा.
शीघ्रदर्शनम का दर 500 रुपये होगा
मेले के दौरान मंगलवार से शीघ्रदर्शनम कूपन की दर पांच सौ रुपये होगी. यह व्यवस्था रविवार व सोमवार को छोड़ हर दिन जारी रहेगी. वहीं भीड़ को देखते हुए रविवार व सोमवार को कूपन जारी करने का निर्णय भी लिया जा सकता है.
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श्रावणी मेले का कृषि मंत्री ने किया उद्घाटन
बता दें कि सोमवार को श्रावणी मेला का उदघाटन झारखंड-बिहार सीमा दुम्मा में पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने किया. उदघाटन समारोह में उन्होंने कहा कि 19 वर्षों बाद मलमास की वजह से श्रावणी मेला दो माह तक चलने वाला है. इसमें आठ सोमवारी है. दो माह तक चलने वाला यह भव्य मेला एक-दूसरे के सहयोग से सफल होगा.