सदर अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल रही कोई सुविधा, परेशानी

Patients are not getting any facilities in Sadar Hospital

By Prabhat Khabar News Desk | April 21, 2024 3:48 PM
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चतरा. सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए लाखों रुपये खर्च कर रही है, ताकि मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके. लेकिन सदर अस्पताल में इन दिनों मरीजों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है. पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. पानी खरीद कर प्यास बुझाने को मजबूर हैं. पानी के साथ साफ-सफाई भी नहीं हो रही है. मच्छरदानी भी मरीजों को नहीं उपलब्ध करायी जाती है. शौचालय में गंदगी पसरी हुई हैं. जिसके कारण मरीजों को दिक्कत हो रही है. शौचालय में भी पानी नहीं है. इन खामियों की वजह से मरीजों के साथ-साथ परिजनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को मिलने वाले भोजन में भी लापरवाही बरती जा रही हैं. मेन्यू के अनुसार मरीजों को भोजन नहीं मिल रहा है. निम्न क्वालिटी का खाना मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है. दूध भी पानी जैसा दिया जा रहा है. फल नदारत रहता है. मरीजों को पर्याप्त मात्रा में दवा भी नहीं मिलती है. मरीजों को कई दवा बाहर से खरीदना पड़ता है. इस तरह मरीजों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है. अस्पताल प्रबंधन व अस्पताल उपाधीक्षक की लापरवाही के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

वार्ड व शौचालय की नहीं होती सफाई: परिजन

रामाशीष कुमार ने कहा कि बाहर की दुकान से पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है. मरीजों को दूध भी पानी जैसा मिल रहा है. मो असलम ने कहा कि मरीजों के वार्ड व शौचालय की साफ-सफाई नहीं होती है, जिसके कारण परेशानी होती है. सोनम कुमारी ने कहा कि शौचालय में हमेशा गंदगी रहता है. पानी नहीं आता है. मो सद्दाब ने कहा कि साफ-सफाई नहीं होने से मरीजों को परेशानी होती हैं. मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं दिया जाता है. निम्न गुणवत्ता का भोजन दिया जाता है. दवा भी नहीं मिलती है, ज्यादा दवा बाहर से खरीदना पड़ता है.

मोटर खराब होने से हो रही है परेशानी: सीएस

सिविल सर्जन डॉ जगदीश प्रसाद ने कहा कि पानी का लेयर नीचे जाने व मोटर खराब होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. मोटर बनाया जा रहा है. उपायुक्त के निर्देश पर नगर परिषद से टैंकर के माध्यम से अस्पताल में पानी उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी अस्पताल उपाधीक्षक की है, लेकिन उनका कोई ध्यान नहीं रहता है.
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