बारिश शुरू होते ही बढ़ा मच्छरों का प्रकोप, लेकिन इटखोरी पंचायत में अब तक नहीं बांटी गयी मच्छरदानी
विभाग द्वारा अब तक मच्छरदानी उपलब्ध नहीं कराया गया है और न ही डीडीटी का छिड़काव किया गया है. हम बाजार से मच्छरदानी खरीद कर इस्तेमाल कर रहे हैं. प्रेमनगर निवासी सोनी देवी ने कहा कि मलेरिया से बचने के लिए अभी तक किसी तरह का उपाय नहीं किया गया है.
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बारिश का मौसम शुरू होते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे मलेरिया बुखार समेत अन्य मौसमी बीमारियों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. वहीं इटखोरी पंचायत के ग्रामीणों के बीच अब तक मच्छरदानी का वितरण नहीं किया गया है, जबकि स्वास्थ्य विभाग को दो माह पहले ही मच्छरदानी उपलब्ध करा दिया गया है. इटखोरी निवासी मीना देवी ने कहा कि मच्छरों से परेशान हैं.
विभाग द्वारा अब तक मच्छरदानी उपलब्ध नहीं कराया गया है और न ही डीडीटी का छिड़काव किया गया है. हम बाजार से मच्छरदानी खरीद कर इस्तेमाल कर रहे हैं. प्रेमनगर निवासी सोनी देवी ने कहा कि मलेरिया से बचने के लिए अभी तक किसी तरह का उपाय नहीं किया गया है.
मच्छरदानी मिलने का इंतजार कर रहे हैं. इटखोरी पंचायत निवासी संगीता देवी ने कहा कि न तो मच्छरदानी मिला है और न ही डीटीटी का छिड़काव हुआ है. सियाराम दांगी ने कहा कि दो साल पहले मच्छरदानी मिला था, जो फट गया. इस साल अभी तक नहीं मिला है. प्रेमनगर की प्रमिला देवी ने कहा कि बरसात में मच्छरों से परेशान हैं.
बासुदेव भुईयां ने कहा कि विभाग को चाहिए की जल्द मच्छरदानी का वितरण कराये. इस संबंध में इटखोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुमित जायसवाल ने कहा कि सभी सहिया को मच्छरदानी उपलब्ध करा दिया गया है. स्वास्थ्य सर्वेक्षण के कारण वितरण नहीं हो सका है.