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Jharkhand Assembly Election 2024, चतरा: सिमरिया विधानसभा क्षेत्र 1977 में अस्तित्व में आया. यहां के पहले विधायक उपेंद्रनाथ दास बने. वह जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे. 1977 से पूर्व सिमरिया बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र में आता था. 1980 के विस चुनाव में कांग्रेस के ईश्वरी राम पासवान विधायक बने. एकीकृत बिहार में पहली बार ईश्वरी पासवान मंत्री बने. इसके बाद 1985 के चुनाव में भी ईश्वरी पासवान दोबारा कांग्रेस के टिकट पर जीते और पुन: मंत्री बने. ईश्वरी पासवान के बाद आज तक यहां के कोई विधायक मंत्री नहीं बन पाये. ईश्वरी पासवान दोनों बार वन्य पर्यावरण एवं खनन मंत्री रहे. 34 वर्षों से यहां से कोई विधायक राज्य सरकार में मंत्री नहीं बन पाये हैं. 1990-1995 में भाजपा से उपेंद्रनाथ दास चुनाव जीते. 2000 के विधानसभा चुनाव में राजद से योगेंद्रनाथ बैठा विधायक बने. 2005 के चुनाव में भाजपा से पुन: उपेंद्रनाथ दास विधायक चुने गये. विधायक रहते उपेंद्रनाथ दास का निधन हो गया. इस कारण वर्ष 2007 में उप चुनाव हुआ, जिसमें भाकपा के रामचंद्र राम विधायक बने. वे भी अपने कार्यकाल पूरा नहीं कर पाये. कार्यकाल के कुछ माह पूर्व ही उनका निधन हो गया था. इसके बाद 2009 व 2014 के चुनाव में जेवीएम के प्रत्याशी चुनाव जीते.
2009 के चुनाव में जेवीएम से जयप्रकाश सिंह भोगता चुने गये. वहीं, 2014 में जेवीएम से गणेश गंझू चुनाव जीते. 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी किशुन कुमार दास विधायक बने. उपेंद्रनाथ दास को चार बार विधायक बनने का गौरव प्राप्त है. वे 2005 का चुनाव जीतने के बाद मंत्री बनते-बनते रह गये. मंत्री बनने की चर्चा जोरों पर हुई. लेकिन, अंतिम क्षण में वे मंत्री नहीं बन पाये. इस तरह विधानसभा क्षेत्र के लोग अपने विधायक को मंत्री के रूप में नहीं देख पा रहे हैं. बता दें कि सिमरिया विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है. विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सात प्रखंड आते हैं. इनमें सिमरिया, टंडवा, इटखोरी, लावालौंग, पत्थलगड्डा, गिद्धौर व मयूरहंड प्रखंड शामिल हैं.
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