प्रदूषण दिल्ली के लोगों के लिए जी का जंजाल बनता जा रहा है. लेकिन इतनी समस्या झेलने के बाद भी कोई समझने को तैयार नहीं है. तभी तो, सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के सख्त आदेश के बाद भी दिवाली की रात दिल्ली-एनसीआर में जमकर आतिशबाजी हुई. इसका नतीजा ये हुआ कि पहले से ही खराब दिल्ली की हवा और ज्यादा खराब हो गई. और एयर क्वालिटी इंडेक्स 999 पर पहुंच गया.

इधर, मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है और उसके प्रभाव से आज दिल्‍ली-एनसीआर में हल्‍की बारिश हो सकती है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश, तमिलनाडु समेत कुछ अन्‍य राज्‍यों में भी बारिश की संभावना जताई जा रही है.

वहीं, प्रदूषण की गंभीर हालात को देखते हुए नगर निगम की ओर से सदर बाजार इलाके में पानी का छिड़काव किया गया है. लेकिन प्रदूषण के लेवल काफी उच्च बना ही रहा. पटाखों के अलावा पराली जलाने के कारण भी प्रदूषण में काफी घातक स्तर पर पहुंच गया है. दिल्ली के वातावरण में मौजूद पीएम 2.5 केस्तर में 32 फीसदी हिस्सेदारी पराली जलाए जाने के कारण ही हुआ है.

बात करें दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की तो दिल्ली के आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स 572 दर्ज किया गया. , पंजाबी बाग में 544, शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेज स्टडीज के आसपास 999 दर्ज किया गया. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वायु गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है. सुबह सैर करने वाले लोगों को का कहना है कि प्रदूषण से गले में खराश हो रही है और सांस लेने में दिक्कत हो रही है.

गौरतलब है कि प्रदूषण के कारण बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संक्या के देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक समीक्षा बैठक की थी. बैठक में दिल्ली सरकार की ओर से 30 नवंबर तक पटाखों पर बैन लगा दिया गया था. खुद सीए अरविंद केजरीवाल ने भी लोगों से पटाखे न पोड़ने की अपील की थी. लेकिन, सरकारी निर्देशों से इतर दिवाली में लोगों ने जमकर आतिशबाजी की, जिससे प्रदूषण घातक स्तर पर पहुंच गया है.

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