Bhajanpura Murder: दिल्ली के भजनपुरा हत्याकांड मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी को सिग्नेचर ब्रिज के पास से गिरफ्तार किया गया. पुलिस का कहना है कि आरोपी अपने 4 साथियों के साथ मृतक और घायल व्यक्ति के साथ रोड रेज में शामिल था. इस मामले में बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं. दिल्ली पुलिस आगे की जांच कर रही है. दरअसल, भजनपुरा के सुभाष विहार में एक बड़ी कंपनी के प्रबंधक हरप्रीत गिल नाम के शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, साथ ही एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जब दोपहिया वाहनों पर पांच युवकों ने मौके से भागने से पहले उन पर अकारण गोलीबारी की. इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर आगे की जांच में जुटी है. वहीं पीड़ित परिजनों का कहना है कि मृतक का किसी के साथ कोई विवाद नहीं था.  

भजनपुरा हत्याकांड मामले पर डीसीपी पूर्वोत्तर जॉय एन टिर्की ने कहा कि हमने कल रात बिलाल नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. हम उसकी जांच कर रहे हैं. एक अन्य आरोपी को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. ऐसा कोई मकसद नहीं था, लेकिन उनके बीच बहस (रोड रेज) होने के बाद आरोपी ने पीड़ित को गोली मार दी. आरोपियों का ऐसा कोई स्थापित गिरोह नहीं हैय आगे की जांच जारी है.

हरप्रीत की कुछ बाइक सवारों से हुई थी कहासुनी
भजनपुरा इलाके में हुई हत्या को लेकर मृतक के परिजनों ने पुलिस को बताया कि हत्या से पहले प्रबंधक की सड़क पर बाइक सवार कुछ लोगों से कहासुनी हुई थी. इसी दौरान पीछे से आए कुछ अन्य लोगों ने उसके सिर में गोली मार दी. घटना को लेकर पुलिस ने कहा कि गिल और सिंह दोनों बाइक पर सवार होकर घर से निकले थे. इसी दौरान हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी. घटना के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उत्तर पूर्व के पुलिस उपायुक्त जॉय तिर्की ने कहा कि गिल और सिंह दोनों मोटरसाइकिल से जा रहे थे जब एक स्कूटर और मोटरसाइकिल पर सवार हमलावर आए और उन्हें रोकने के बाद गोलीबारी कर दी.

अपने मामा के साथ बाइक पर था हरप्रीत
हरप्रीत के चाचा बॉबी सिंह गिल ने कहा कि कहा कि मंगलवार को हरप्रीत की छुट्टी थी और वह अपने मामा के साथ बाइक पर सवार होकर घूमने निकला था. इसी दौरान एक अन्य दोपहिया वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी. बॉबी ने कहा, कहासुनी के दौरान हरप्रीत मोटरसाइकिल पर गोविंद के साथ था. हमने सुना है कि एक दोपहिया वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी और हमलावर उन्हें गालियां देते हुए भाग गए. उन्होंने कहा कि दोनों ने एक सड़क पर उन लोगों का पीछा किया और इस दौरान उनसे झगड़ा हुआ. बॉबी ने कहा, जब हरप्रीत और गोविंद उनका मुकाबला कर रहे थे तभी चेहरा ढंके हुए दो व्यक्ति पीछे से आए और गोलियां चला दीं, जो हरप्रीत और गोविंद को लगीं.

कंपनी से हरप्रीत को मिलने वाला था पुरस्कार
मृतक के चचेरे भाई अमनपाल सिंह ने कहा कि हरप्रीत को उसके प्रदर्शन के लिए कंपनी से पुरस्कार मिलने वाला था. अमनपाल ने कहा, बुधवार सुबह मुझे फोन आया कि किसी ने हरप्रीत की हत्या कर दी है. उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी और वह पिछले 10 से 12 साल से कंपनी के लिए काम कर रहा था. जिम प्रशिक्षक अमनपाल ने कहा कि हरप्रीत परिवार की रीढ़ था और सभी खर्चे उठा रहा था. पुलिस उपायुक्त (उत्तर पूर्व) जॉय तिर्की ने बताया कि गोली गिल के सिर के दाहिनी ओर से कान के पीछे घुसी और दूसरी तरफ पार हो गई.

गोविंद की हालत स्थिर
अधिकारी ने कहा कि गिल के मामा सिंह भी भजनपुरा में रहते हैं और वहां उनका एक भोजनालय है, उनके सिर में भी गोली मारी गई लेकिन वह बच गए. तिर्की ने कहा कि लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में उपचाराधीन गोविंद की हालत स्थिर है. गोविंद की पत्नी ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उनके पति को किसने गोली मारी. परिवार के अन्य सदस्यों के साथ जीटीबी अस्पताल के शवगृह के बाहर मौजूद महिला ने कहा, मेरे पति और हरप्रीत की किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. यह रोड रेज का मामला लगता है.

भाषा इनपुट के साथ