Explainer: सासाराम की भाभीजी को क्यों खोज रही झारखंड की पुलिस, जानें पूरी कहानी
सासाराम ऑफिस. सदर अंचलाधिकारी कार्रवाई के जद में आ गये हैं. उन पर कभी भी गाज गिर सकती है. डीएम उदिता सिंह ने जनता दरबार में आयी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एडीएम को कमेटी गठन कर जांच करने व अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि शुक्रवार को डीएम ने अपने कार्यालय कक्ष में जनता दरबार का आयोजन किया. इसमें कुल 69 लोगों ने अपनी फरियाद सुनायी. सासाराम प्रखंड के कठडिहरी गांव के रहने वाले अनिल कुमार ने अपनी समस्या को पत्र के माध्यम से देते हुए सासाराम अंचल के दाखिल खारिज वाद सं.-569/2024-25 पर गलत आपत्ति लगाने आदि के संबंध में गुहार लगायी. सुम्भा गांव के विकास कुमार की पत्नी नीलम कुमारी ने भी दाखिल खारिज वाद सं.-517/ 2024-25 में गलत आपत्ति दर्ज करते हुए दाखिल खारिज नहीं करने का आरोप लगाया. इस पर डीएम ने संज्ञान लेते हुए मौके पर मौजूद अपर समाहर्ता को निर्देश देते हुए कहा कि सासाराम अंचल अधिकारी के विरुद्ध और जितने भी शिकायत पत्र प्राप्त हुए हैं, उनके संबंध में जांच कमेटी गठित करते हुए जांच कराकर उनके विरुद्ध नियमानुसार विभागीय कार्यवाही करना सुनिश्चित करें. वहीं, जनता दरबार में सासाराम नगर निगम क्षेत्र के परम नगर माइको से आयी सरिता देवी ने मुआवजा कम मिलने के लिए आवेदन दिया. इस पर डीएम ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सासाराम को कार्रवाई का निर्देश दिया. इसी प्रकार नोखा प्रखंड के खरारी गांव से आये दुर्गा प्रसाद ने अतिक्रमण से संबंधित आवेदन दिया. डीएम ने शीघ्र निष्पादन के लिए अंचलाधिकारी नोखा को निर्देशित किया. वहीं, जनता दरबार में आये भूमि विवाद, अतिक्रमण, फसल जल जाना, धमकी देना, भू-मापी आदि से संबंधित आवेदन को संबंधित अनुमंडल पदाधिकारियों व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को अविलंब आवश्यक कार्रवाई करते हुए निष्पादन के लिए डीएम ने निर्देशित किया. मौके पर उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता सह अपर जिला दंडाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी, जिला अनुश्रवण कोषांग सह महाप्रबंधक जिला उद्योग, सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारियों मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है