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देश के कई राज्यों में शराब बेचने और खरीदने को लेकर अलग-अलग कानून है. लेकिन बिहार देश के उन चुनिंदा राज्यों में से एक है. जहां शराब बेचना या खरीदना दोनों ही अपराध है. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति की जान सिर्फ इसलिए ले ली जाए क्योंकि वह शराब बंदी वाले राज्य में शराब बेचने का विरोध कर रहा था तो हैरानी तो होगी ही. जी हां, ऐसा ही एक मामला सारण के छपरा शहर से प्रकाश में आया है. जहां शहर के टाउन थाना क्षेत्र के रौजा पोखरा विद टोली मोहल्ले में मंगलवार की शाम एक दारू कारोबारी ने ठेला चालक की सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि वह शराब बेचने का विरोध कर रहा था.
शराब बेचने का विरोध करने से नाराज था आरोपी
छपरा के टाउन थाना क्षेत्र के रौजा पोखरा विद टोली मोहल्ले के रहने वाले 55 साल के भजन महतो पेशे से ठेला चालक थे. उनके मोहल्ले में रहने वाला मनोहर महतो शराब का अवैध व्यापार करता था, जिसका भजन पिछले कई समय से विरोध कर रहे थे. इस बात से शराब कारोबारी नाराज था.
शराब बेचने का किया विरोध तो उतारा मौत के घाट
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार को शराब कारोबारी महतो के इलाके में अवैध व्यापार कर रहा था. इस बात की जानकारी होने पर भजन विरोध करने लगे. इस बात से नाराज मनोहर महतो ने भजन पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. इस हमले में 55 साल के भजन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. वहीं, घटना को अंजाम देकर शराब कारोबारी बाइक से फरार हो गया.
घटना स्थल पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी राज किशोर सिंह और टाउन थाना अध्यक्ष संजीव कुमार मौके पर पहुंचे. इस मामले में पुलिस शव का पोस्टमार्टम छपरा सदर अस्पताल में कराने की प्रक्रिया में जुट गई है. मृतक के भाई जवाहर महतो ने बताया कि वह शराब के कारोबारी है और मेरा भाई विरोध करते थे यही कारण है कि उसने हत्या कर दी. वहीं, इस घटना पर पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी चल रही है.