बनियापुर . विगत दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसान खासे उत्साहित दिख रहे है. बारिश के बाद खेतों में लगे पानी को देख किसानों के चेहरे खुशी से झूम उठे है. वही विगत एक पखवारे से चिलचिलाती धुप की वजह से हो रही उमस भरी गर्मी से भी लोगों को काफी हद तक राहत मिली है. बारिश के बाद तापमान में आयी गिरावट से मौसम सुहाना बना हुआ है. इधर एक पखवारे से बारिश नहीं होने से किसान खरीफ फसलो को लेकर चिंतित थे. मगर मौसम के मेहरबान होने से किसानो की चिंता दूर हो गयी है. अनुभवी किसानों की माने तो जून, जुलाई,अगस्त एवं सितंबर महीने में औसत से काफी कम बारिश होने से धान और मक्के की फसल को काफी नुकसान हुआ है. बावजूद इसके इस बारिश ने फसलों के लिये संजीवनी का काम किया है. वही मौसम विज्ञानी के अनुसार अगले दो दिनों तक अच्छी बारिश होने की संभावना जतायी गयी है. जिससे किसानों के चेहरे खिले हुए है. इधर एका-एक हुई बारिश से मुख्य बाजार बनियापुर सहित कई अन्य जगहों पर बने रहे दुर्गापूजा पंडाल और मूर्ति निर्माण कार्य पड़ ब्रेक लग गया है. बारिश के बाद किसान भाई धान और मक्के की फसल में यूरिया के छिड़काव को लेकर जुट गए है. वही बारिश कम होने से खेतों में काफी मात्रा में खरपतवार उग आए है. जिसकी निकौनी करने में किसान अपने परिजनों के साथ लगे हुए है.
मक्के और धान के पौधे को मिली राहत, छायी हरियाली
मक्के के पौधों में दाने लग रहे है. ऐसे में तपती गर्मी की वजह से नमी कम होने के कारण पौधें पीले पड़ने लगे थे. मगर मौसम के मेहरबान होने से खेतो में पर्याप्त मात्रा में नमी बरकरार हो गयी है. बारिश होने से जहां पौधों की रौनक बदल गयी. वही हरियाली छाने से किसानो में भी बेहतर उत्पादन की आस जगी है. इधर बारिश के अभाव में धान के पौधों की भी बृद्धि रुक गयी थी. मगर अब खेतों में पानी लगने से तेजी से बृद्धि होने की बात किसानों द्वारा बताई जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है