16 से खरमास, उसके बाद नहीं होंगे मंगल कार्य

16 से खरमास, उसके बाद नहीं होंगे मंगल कार्य

By Prabhat Khabar News Desk | December 10, 2024 6:05 PM

सिमरी बख्तियारपुर . सनातन धर्मावलंबियों का विशेष महीना खरमास पौष कृष्ण प्रतिपदा 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है. खरमास के शुरू होते ही हिंदुओं के शुभ व मांगलिक कार्यों पर महीने भर का विराम लग जायेगा. इसके बाद नये साल में 14 जनवरी की दोपहर सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के बाद खरमास समाप्त होगा. इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जायेंगे और शुभ मांगलिक कार्य भी शुरू हो जायेंगे. खरमास में पितृ पिंडदान का खास महत्व है. इस दौरान भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करने से वे अत्यंत प्रसन्न होते हैं और जातक सुख भोग भगवान के दिव्य गोलोक धाम को वास करते हैं. खरमास में धार्मिक अनुष्ठान करने से अतुल्य पुण्य की प्राप्ति होती है. मकर संक्रांति के बाद होंगे शुभ कार्य ज्योतिषाचार्य ने पंचांगों के हवाले से बताया कि 16 दिसंबर की सुबह 07:17 बजे सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य के धनु राशि में गोचर से खरमास यानी अशुद्ध मास का आरंभ हो जायेगा. फिर नये साल में 14 जनवरी को माघ कृष्ण प्रतिपदा की शाम 02:55 बजे सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होने से खरमास समाप्त हो जायेगा. इस दिन संक्रांति का पुण्यकाल पूरे दिन रहेगा. सूर्य ही संक्रांति और लग्न के राजा माने जाते हैं. 2025 के वैवाहिक मुहूर्त बनारसी पंचांग के अनुसार जनवरी : 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 26, 27 फरवरी : 1, 2, 3, 6, 7, 8, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25 मार्च : 1, 2, 3, 6, 7, 11, 12, 13 मिथिला पंचांग के अनुसार जनवरी : 16, 19, 20, 23, 24, 29, 30 फरवरी : 2, 3, 6, 7, 16, 19, 20, 21, 24, 26 मार्च : 2, 3, 6, 7

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