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एफआरएएस सिस्टम के विरूद्ध स्वास्थ्य कर्मियों ने दिया धरना

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पांच सूत्री मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मी ने दिया धरना सहरसा. जिले में कार्यरत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मियों ने एफआरएएस सिस्टम से उपस्थिति बनाने के विरोध में मंगलवार को धरना-प्रदर्शन किया. सभी स्वास्थ्य कर्मी शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जिला अस्पताल से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र तक के सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मियों ने जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय के सामने धरना दिया एवं अपनी पांच सूत्री मांगों का मांगपत्र सिविल सर्जन को सौंपा. धरना में रवि खां, मकदूम अशरफ़, सतीश कुमार शर्मा, मिलन कुमार, प्रतिमा कुमारी, बेबी कुमारी, रुपम कुमारी, खुश्बू कुमारी, काजल कुमारी, गौरव कुमार, धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य शामिल थे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों पर एक समान उपस्थिति प्रणाली लागू होनी चाहिए. कर्मियों ने कहा कि एफआरएएस प्रणाली भेदभावपूर्ण है. कर्मियों को नियमित किया जाए व सभी पदों के लिए वेतनमान की व्यवस्था लागू की जाए. कर्मियों ने यह मांग की है कि उन्हें स्थायी कर्मचारियों के समान वेतन एवं सुविधाएं दी जाए. सभी अल्प मानदेय भोगी कर्मियों को आवासीय सुविधा, मोबाइल नेटवर्क सुविधा, बिजली की सुविधा व सुरक्षा की व्यवस्था प्रदान की जाए. कर्मियों ने कहा कि उन्हें कार्यस्थल पर ये बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही है. जिससे उनका कार्य प्रभावित हो रहा है. सभी कर्मियों को राष्ट्रीयकृत सरकारी बैंकों में खाता की सुविधा मिले. जिससे निजी बैंकों के मनमाने रवैये से मुक्ति मिल सके. कर्मियों ने कहा कि निजी बैंक समय पर वेतन नहीं देते हैं. मार्च से लंबित वेतन का भुगतान शीघ्र किया जाए. कर्मियों ने कहा कि उनका वेतन समय पर नहीं मिल रहा है. जिससे उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. धरना के दौरान कर्मियों ने शांति से विरोध प्रदर्शन किया एवं अपनी मांगों को जोर-शोर से उठाया. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी सभी मांगें नहीं मानी जातीं वे एफआरएएस उपस्थिति प्रणाली का बहिष्कार जारी रखेंगे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

पांच सूत्री मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मी ने दिया धरना सहरसा. जिले में कार्यरत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मियों ने एफआरएएस सिस्टम से उपस्थिति बनाने के विरोध में मंगलवार को धरना-प्रदर्शन किया. सभी स्वास्थ्य कर्मी शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जिला अस्पताल से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र तक के सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मियों ने जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय के सामने धरना दिया एवं अपनी पांच सूत्री मांगों का मांगपत्र सिविल सर्जन को सौंपा. धरना में रवि खां, मकदूम अशरफ़, सतीश कुमार शर्मा, मिलन कुमार, प्रतिमा कुमारी, बेबी कुमारी, रुपम कुमारी, खुश्बू कुमारी, काजल कुमारी, गौरव कुमार, धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य शामिल थे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों पर एक समान उपस्थिति प्रणाली लागू होनी चाहिए. कर्मियों ने कहा कि एफआरएएस प्रणाली भेदभावपूर्ण है. कर्मियों को नियमित किया जाए व सभी पदों के लिए वेतनमान की व्यवस्था लागू की जाए. कर्मियों ने यह मांग की है कि उन्हें स्थायी कर्मचारियों के समान वेतन एवं सुविधाएं दी जाए. सभी अल्प मानदेय भोगी कर्मियों को आवासीय सुविधा, मोबाइल नेटवर्क सुविधा, बिजली की सुविधा व सुरक्षा की व्यवस्था प्रदान की जाए. कर्मियों ने कहा कि उन्हें कार्यस्थल पर ये बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही है. जिससे उनका कार्य प्रभावित हो रहा है. सभी कर्मियों को राष्ट्रीयकृत सरकारी बैंकों में खाता की सुविधा मिले. जिससे निजी बैंकों के मनमाने रवैये से मुक्ति मिल सके. कर्मियों ने कहा कि निजी बैंक समय पर वेतन नहीं देते हैं. मार्च से लंबित वेतन का भुगतान शीघ्र किया जाए. कर्मियों ने कहा कि उनका वेतन समय पर नहीं मिल रहा है. जिससे उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. धरना के दौरान कर्मियों ने शांति से विरोध प्रदर्शन किया एवं अपनी मांगों को जोर-शोर से उठाया. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी सभी मांगें नहीं मानी जातीं वे एफआरएएस उपस्थिति प्रणाली का बहिष्कार जारी रखेंगे.

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