सम्मान के बहाने पुराने भूले-बिसरे साथियों को समेटने की सार्थक पहल
जदयू सम्मेलन में सम्मानित किए गये समता पार्टी काल के पुराने कार्यकर्ता
जदयू सम्मेलन में सम्मानित किए गये समता पार्टी काल के पुराने कार्यकर्ता
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने सूत्रधार आशीष कुमार बब्बू को किया सम्मानित
पूर्णिया. जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में पहली दफे एक नई और सार्थक पहल हुई. इस सम्मेलन में उन तमाम पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया जो समता पार्टी के दौर में पार्टी के मजबूत आधार स्तम्भ माने जाते थे. राजनीतिक महकमे में इसे बड़ी गंभीरता से देखा जा रहा है. प्रेक्षक मान रहे हैं कि इस सम्मान के बहाने जदयू ने अपने सभी पुराने बिछुड़े हुए कार्यकर्ताओं को जोड़ कर न केवल उन्हें उर्जा दी बल्कि अपने दल को भी मजबूती प्रदान की जिसका परिणाम आने वाले चुनाव में दिखेगा. हालांकि उन्हें सम्मानित करने का कोई एजेंडा नहीं था पर प्रदेश महासचिव आशीष कुमार बब्बू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सत्तासीन करने में वर्ष 2005 से पहले संघर्ष के पुराने साथियों को सम्मान दिलाने की सार्थक पहल की जिसे प्रांतीय नेतृत्व द्वारा काफी सराहा जा रहा है. दरअसल, पुराने और भूले-बिसरे साथियों को इस कदर ढूंढ़ कर मंच पर लाने और अतिथियों द्वारा उन्हें सम्मानित कराने का एक अलग मैसेज गांव-गांव तक गया है. इसकी गंभीरता को भांप कर सम्मेलन में बतौर अतिथि आए बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी ने मंच से इस पहल को नजीर मान कर कार्यक्रम में शामिल करने की सलाह दे डाली. उधर, शनिवार की देर शाम पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा के आवास पर जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सांसद संजय झा ने सांगठनिक मजबूती के लिए समता काल से श्री बब्बू को उनके इस प्रयास के लिए अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया.
सम्मान पाकर छलक पड़ीं बुजुर्ग बिरंजी मंडल की आंखें
अहम यह है कि सम्मानित होने वाले पुराने लोग इस पहल से अभिभूत हो गये. सम्मेलन के मंच से सम्मानित होने वाले 75 वर्षीय बिरंजी मंडल इतने भावुक हुए कि आंखों से आंसू छलक पड़े. पूछने पर कहा, बब्बू ने समताकाल के साथी को खोज कर यह सम्मान दिलाया, बड़ी बात है. श्री बब्बू को उन्होंने आशीर्वाद भी दिया. सम्मानित होने के बाद जदयू नेत्री लूसी मरांडी कहतीहैं, मेरे पति बासो हेम्ब्रम भूतपूर्व समतापार्टी जिलाध्यक्ष बूटन सिंह के साथ संघर्ष के दिनों में थे, बीमार होने के कारण उनकी गैरमौजूदगी में मैं सम्मान पाकर धन्य हूं. समताकाल के पुराने साथी की खोज खबर व मदद हमेशा आशीष कुमार बब्बू करते हैं.
भावी पीढ़ी को भी प्रभावित कर गया बुजुर्गों को सम्मान
समताकाल के स्व.ईश्वरी प्रसाद मेहता के पुत्र अमरदीप मेहता और स्व.बटेश्वर महतो के पुत्र लक्ष्मण महतो भी सम्मान पाकर अभिभूत दिखे. श्री बब्बू के प्रयासों की सराहना करते हुए दोनों ने कहा कि आज एक बार फिर मेरे पिता को यह प्रयास अमरता दे गया. इसे भावी पीढ़ी उनके नीतीश कुमार के प्रति श्रद्धा समर्पण को समझ सकेगी. चन्द्रकिशोर ऋषि, तौफीक हुसैन, राहुल सिंह, राजेन्द्र मंडल के चेहरे से खुशी झलक रही थी. प्रेक्षक भी मानते हैं कि मौजूदा परिवेश में पुराने कार्यकर्ता को सम्मान देकर विश्वास जीतने के लिए यह पहल अनुकरणीय हो गयी और यह सम्मान भावी पीढ़ी को भी प्रभावित कर गया.
फोटो- 8 पूर्णिया 9- बब्बू को सम्मानित करते जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, साथ में मंत्रीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है