बिहार में बड़े उलटफेर की तैयारी, बीजेपी ने बुलाई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक, अमित शाह करेंगे अध्यक्षता
गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक देर रात तक चली. वहीं अब 27 जनवरी को पटना में बिहार बीजेपी के कार्यसमिति की बैठक होनी है.
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बिहार से सियासी गलियारे में चल रही उठापठक से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कोई बड़ा बदलाव हो सकता है. माना जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो सकते हैं और एक बार फिर बिहार में बीजेपी और जदयू की सरकार बन सकती है. इसको लेकर दोनों खेमों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी है. बीजेपी भी पूरी तरह से सक्रिय हो गई है. एक के बाद एक बैठकों का दौर शुरू हो गया है. गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक देर रात तक चली. वहीं अब 27 जनवरी को पटना में बिहार बीजेपी के कार्यसमिति की बैठक होनी है. इस बैठक में सुशील मोदी, सम्राट चौधरी जैसे बिहार भाजपा के दिग्गज नेता शामिल होंगे. बैठक की अध्यक्षता गृह मंत्री अमित शाह करेंगे.
दिल्ली में हुई भाजपा नेताओं की बैठक
इससे पहले गुरुवार को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बुलावे पर प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बिहार के प्रभारी विनोद तावड़े दिल्ली पहुंचे थे. गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक देर रात तक चली. बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, विनोद तावड़े, सुशील मोदी, सम्राट चौधरी, बिहार के संगठन मंत्री भिखु भाई दलसानिया, पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी और भाजपा के बिहार-झारखंड के क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र जी मौजूद थे. अब अगली बैठक पटना में 27 जनवरी को रखी गई है.
27 -28 जनवरी तक साफ होगी तस्वीर
इस बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बैठक हुई है. माना जा रहा है कि अगले दो से तीन दिनों में यानी 27 से 28 जनवरी तक राजनीतिक तस्वीर साफ हो जायेगी. बताया जा रहा है बैठक में बिहार के मसले पर पार्टी नेतृत्व ने मशविरा किया है. भाजपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी दो-तीन विकल्पों पर गौर कर रही है.
सुशील मोदी बोले- केंद्रीय नेतृत्व को करना है फैसला
इसके पहले भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के साथ जाने का फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना है. अगर नेतृत्व ऐसा फैसला लेता है, तो हम भी उसका निर्णय मानने को बाध्य होंगे.
लालू ने विधानसभा के स्पीकर से की बात
सियासी हलचलों के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने विधानसभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के साथ फोन पर बात की. इसके पहले राबड़ी आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. इसमें पार्टी की रणनीतियों पर विमर्श किया गया. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी पार्टी विधायकों को बुलाया. ऐसा समझा जाता है कि पार्टी नेतृत्व सभी विधायकों के साथ बैठक कर अगली रणनीति को अमलीजामा पहनाने की ओर बढ़ेगा.
कब बढ़ी सियासी हलचल
बिहार में सियासी हलचल उस वक्त बढ़ी जब केंद सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान किया और फिर सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया. इसके साथ ही परिवारवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि हमलोगों ने जननायक के कार्यों को आगे बढ़ाया है, लेकिन आजकल लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते हैं. जब जननायक कर्पूरी ठाकुर का देहावसान हो गया, तब हमलोगों ने उनके सुपुत्र रामनाथ ठाकुर जी को आगे बढ़ाया. उन्हें पार्टी में स्थान दिया, मंत्री बनाया, सांसद बनाया. आजकल बहुत लोग अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं. लेकिन जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया और उन्हीं से सीख लेते हुए हमने भी अपने परिवार को कभी आगे नहीं बढ़ाया
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रोहिणी के पोस्ट से बढ़ी हलचल
इसके बाद गुरुवार की सुबह लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ”एक्स” पर ताबड़तोड़ किए गए तीन पोस्ट ने हलचल बढ़ा दी. रोहिणी के तीनों पोस्टों में किसी का नाम तो नहीं था, लेकिन वे राजनीति संदेशों से भरे हुए थे. हालांकि, बाद में उन पोस्टों को डिलिट कर दिया गया.
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