दो बार गया आये थे प्रणब, पालित फैमिली से थे गहरे रिश्ते, याद कर भर आयीं रेणुका की आखें
भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी उर्फ प्रणब दा अपने जीवन काल में दो बार गया की धरती पर आये. उनके निधन से पालित फैमिली में भी उदासी है. प्रणब दा के साथ बिताये लम्हों को याद कर गया के पूर्व विधायक रहे जय कुमार पालित की पत्नी लेखिका रेणुका पालित का गला बात करते-करते रुंध गया. उन्हाेंने कहा न सिर्फ हमने देश के रत्न काे खाेया, बल्कि मैंने ताे गर्जियन काे खाे दिया.
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कंचन, गया : भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी उर्फ प्रणब दा अपने जीवन काल में दो बार गया की धरती पर आये. उनके निधन से पालित फैमिली में भी उदासी है. प्रणब दा के साथ बिताये लम्हों को याद कर गया के पूर्व विधायक रहे जय कुमार पालित की पत्नी लेखिका रेणुका पालित का गला बात करते-करते रुंध गया. उन्हाेंने कहा न सिर्फ हमने देश के रत्न काे खाेया, बल्कि मैंने ताे गर्जियन काे खाे दिया. उनके निधन की खबर सुन कर बड़ी दुखी हूं.
रेणुका पालित ने बताया कि प्रणब मुखर्जी जब वित्त मंत्री थे, तब पहली बार वर्ष 1995 में जन शिक्षण संस्थान का उद्घाटन करने गयाजी आये थे. संस्थान के डायरेक्टर जय कुमार पालित ने उन्हें बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया था. उनके बुलावे पर ही वे यहां आये थे. रेणुका पालित बताती हैं कि उनके लिए अपने आवास पर बंगाली कारीगरों द्वारा बंगाली डिश बनवाये थे, जिसे बड़े पसंद से उन्होंने खाया था.
रेणुका पालित ने बताया कि जब भी दिल्ली जाने का अवसर मिलता, पालित जी आैर वह प्रणब दा के तालकटाेरा स्थित आवास पर जाते. वहां जाने के लिए उन्हें इजाजत नहीं लेनी पड़ती थी. उनके लिए घर का दरवाजा खुला रहता था. प्रणब मुखर्जी की पत्नी शुभ्रा मुखर्जी उन्हें छाेटी बहू कह कर पुकारतीं आैर बड़े लाड़ से उनके लिए भाेजन पराेसती थीं. बगैर मुंह मीठा कराये आने नहीं देती थीं. उनके दाे बेटे व बेटी समिष्ठा मुखर्जी भी उन्हें अच्छी तरह जान-पहचान गये थे.
यह बताते हुए रेणुका पालित की आंखाें से आंसू छलक पड़े जब राष्ट्रपति बनने के बाद वह उनसे मिलने गयीं ताे उन्हें बेड रूम तक ले जाया गया आैर आते वक्त शुभ्रा मुखर्जी ने खूबसूरत साड़ी उन्हें गिफ्ट किया. उन्हाेंने मना किया, ताे वह यह कहते हुए दिया कि हमारी छाेटी बहू हाे, तुम्हे यह रखना हाेगा. उनका यह वाक्य गार्जियन हाेने का भान कराया आैर उन्हाेंने फिर साड़ी रख ली. रेणुका कहती हैं कि वह बड़े सरल हृदय, मृदुभाषी थे. भारत के वास्तविक रत्न थे, जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
रेणुका ने यादाें के झराेखे से बताया कि जब जय कुमार पालित कुरुक्षेत्र एनआइटी के चेयरमैन थे, तब संस्था की आेर से उन्हाेंने अपने राजनीतिक गुरु प्रणब दा काे अपने हाथाें डॉक्ट्रेट की उपाधि दी थी. वे इस कार्यक्रम के चेयरमैन थे. पालित जी जब बीमार हाेकर दिल्ली में भर्ती थे, ताे प्रणब दा हमेशा मिलने आते आैर हमेशा हाल-चाल लेते रहते थे. पालित जी के निधन के बाद उनके बेटे चैतन्य पालित काे राष्ट्रपति भवन में बुलाकर मिले आैर हाल-चाल पूछा.
होली में खींची तस्वीर देख हुए थे बड़े खुश : प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति रहते हुए 19 मार्च 2017 काे राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयाेजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बाैद्धिष्ट सम्मेलन के समापन समाराेह में भाग लेने आये थे. वह गया एयरपाेर्ट आने के बाद यहां से फिर हेलीकॉप्टर से गये थे. तब बिहार के राज्यपाल रामनाथ काेविंद थे, जाे फिलहार राष्ट्रपति हैं. इस सम्मेलन में बाैद्ध धर्म गुरु दलाई लामा भी शिरकत किये थे. गया एयरपाेर्ट पर रेणुका पालित उनसे मिली थीं आैर तब उन्हाेंने प्रणब मुखर्जी व पत्नी शुभ्रा मुखर्जी की हाेली में खींची एक तस्वीर काे भेंट किया, ताे प्रणब दा बड़े खुश हुए थे.
posted by ashish jha