पटना से लड़कियों को अगवा कर कोलकाता के रेड लाइट एरिया में बेचती थी, गैंग की सरगना गिरफ्तार
पुलिस ने पटना से लड़कियों को अगवा कर कोलकाता के सोनागाछी में बेचने वाले गैंग की सरगना बख्तियारपुर की महिला प्रतिमा कुमारी को गिरफ्तार किया है. उसका एक सहयोगी भी पकड़ा गया है, जबकि एक और शातिर की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है.
By Prabhat Khabar News Desk |
April 12, 2024 12:38 AM
संवाददाता, पटना
लड़कियों को अगवा कर कोलकाता के सोनागाछी (रेड लाइट एरिया)सप्लाइ करने वाले गैंग का कदमकुआं थाने की पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. गिरोह की सरगना बख्तियारपुर की 50 वर्षीया महिला प्रतिमा कुमारी है. प्रतिमा एक कचरा चुनने वाले दरभंगा निवासी 20 वर्षीय कन्हैया कुमार को साथ में रखकर लड़कियों को अगवा कर सोनागाछी में बेचने का धंधा करती थी. इस गिरोह में एक और शातिर है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. थानाध्यक्ष ने बताया कि महिला पहले भी पटना जंक्शन जीआरपी से जेल जा चुकी है. उस वक्त भी लड़की को सप्लाइ करने के मामले में गिरफ्तार हुई थी. दोनों दिन भर लड़कियों को टारगेट करने में लगे रहते थे और रात को स्टेशन पर जाकर सो जाते थे.
जंक्शन पर होश आते ही युवती ने किया हंगामा, तो हुआ खुलासा
महिला युवती को नशीला पदार्थ सुंघा कर पटना जंक्शन ले गयी. उसे कोलकाता भेजने की तैयारी हो ही रही थी कि युवती को होश आ गया. इसके बाद युवती हंगामा करने लगी. इसी बीच एक शख्स का मोबाइल लेकर तुरंत परिजन को उसने कॉल कर दिया. इसके बाद परिवार के लोग पहुंचे. जीआरपी जब मौके पर पहुंची, तो पता चला कि युवती को कोलकाता भेजा जा रहा था.उसने कदमकुआं थाने की पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, युवती को परिजनों को सौंप दिया गया. बीते दिनों पूर्वी लोहानीपुर के उपाध्याय लेन की एक 18 वर्षीया युवती गायब हो गयी थी.
ऑटो से लड़कियों को करती थी टारगेट
प्रतिमा गांधी मैदान, जंक्शन व अन्य छोटे-छोटे इलाकों को टारगेट करती थी. अगर कोई लड़की अकेली दिखी व थोड़ी नासमझ लगी, तो उसकी रेकी करना शुरू कर देती थी. ऑटो कन्हैया चलाता था व उसमें प्रतिमा बैठी रहती थी. एक-दो दिन रेकी करने के बाद युवती को झांसे में लेकर ऑटो में बैठा लेती थी. इसके बाद अगर वह कोई शोर-शराबा नहीं करती थी, तो उसे सीधे पटना जंक्शन लेकर चली जाती थी. अगर लड़की चिल्लाती थी, तो उसे नशीला इंजेक्शन देकर बेहोश कर देती थी.
50,000 से एक लाख रुपये तक में होता था सौदा
पूछताछ में पता चला कि प्रतिमा को लड़की सप्लाइ के लिए 50,000 रुपये से एक लाख रुपये तक मिलते थे. लड़की की तस्वीर खींच कर वह कोलकाता के सप्लायर को भेजती थी. इसके बाद वहां से उसकी कीमत तय होती थी और फिर प्रतिमा उसे कोलकाता ले जाने वाले तीसरे शख्स को सौंप देती थी.पुलिस इस मामले में यह पता करने में जुटी है कि अब तक इस गिरोह ने कितनी लड़कियों को बेचा है.