गंगा, बूढ़ी गंडक और लोकायन नदी के उफनाने से पटना-नालंदा सहित इन जिलों में लोगों को सताने लगा बाढ़ का डर, पढ़ें
flood in bihar: नालंदा जिले में बहने वाली लोकायन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. रविवार को इस नदी में 21.5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. लोकायन नदी फिलहाल खतरे के निशान से तीन फुट ऊपर बह रही है.
राजधानी पटना में गंगा नदी उफान पर है. साथ ही राज्य के अधिकांश स्थलों पर गंगा सहित सात नदियां लाल निशान के पार बह रही हैं. इस कारण नदी के निचले इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ है. गंगा नदी का जलस्तर पटना के दीघाघाट पर खतरे के निशान से 21 सेंमी उऊपर था, इसमें 14 सेंमी बढ़ोतरी की संभावना है. पटना के अलावा समस्तीपुर, नालंदा और जहानाबाद जिले पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
आइएमडी की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक आगामी तीन से चार दिन तक लगभग समूचे बिहार में बारिश होगी. विशेष रूप से नौ अगस्त को मॉनसून उत्तर-मध्य,उत्तर-पश्चिम , उत्तर- पूर्व और दक्षिण-पूर्व बिहार के जिलों में मॉनसून खासतौर पर सक्रिय रहेगा. दस अगस्त से इसकी सक्रियता पूरे प्रदेश में होने की संभावना है. वहीं भारी बारिश को देखते हुए आपदा विभाग एक्टिव हो गई है.
इधर,नालंदा जिले में बहने वाली लोकायन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. रविवार को इस नदी में 21.5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. लोकायन नदी फिलहाल खतरे के निशान से तीन फुट ऊपर बह रही है. नदी में और पानी छोड़े जाने से नदी के जलस्तर और बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है. जल संसाधन विभाग के एकंगसराय डिविजन के कार्यपालक अभियंता नवल किशोर प्रसाद ने बताया कि हुलासगंज के उदेरा स्थान से पानी छोड़े जाने से लोकायन नदी के तटबंध पर एकबार फिर से खतरा मंडराने लगा है.
इतना ही नहीं, समस्तीपुर में लगातार बारिश से बूढ़ी गंडक में एक बार फिर ऊफान जारी है. गंगा नदी का जलस्तर भी मोहनपुर के सरारी घाट पर लगातार बढ़ रहा है. वहीं हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर नीचे है, जबकि बूढ़ी गंडक रोसड़ा में खतरे के निशान से 78 सेंटीमीटर नीचे है. समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से एक मीटर 58 सेंटीमीटर नीचे है. हालांकि दोनों जगहों पर बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra