बिहार विधानसभा (Bihar Vidhan sabha) की विभिन्न 22 समितियों की घोषणा सोमवार को कर दी गयी. सबसे अधिक हिस्सा भाजपा को मिला है. उसे सात समितियां के सभापति की कुर्सी मिली है. दूसरे नंबर पर राजद को छह और तीसरे नंबर पर जदयू की झोली में पांच समितियां आयी है. राजद कोटे से तेज प्रताप यादव को गैर सरकारी विधेयकों एवं संकल्प समिति का सभापति बनाया गया है.

कांग्रेस को दो, भाकपा माले के हिस्से में एक और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को एससी-एसटी कल्याण से जुड़ी कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. विधानसभा की सबसे ताकतवर लोकलेखा समिति के सभापति राजद के बेलागंज विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव को बनाया गया है. जबकि, आचार कमेटी के सभापति भाजपा के रामनारायण मंडल बनाये गये हैं.

भाजपा के जिम्मे जो महत्वपूर्ण कमेटियां आयी हैं उनमें प्राक्कलन कमेटी, इसके अध्यक्ष पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव बनाये गये हैं. लोकलेखा समिति, प्राक्कलन एवं सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति का कार्यकाल 31 मार्च 2022 तक निर्धारित किया गया है. जबकि, बाकी कमेटियों का कार्यकाल 31 मार्च, 2021 तक प्रभावी है.

समितियों के नाम और उनके सभापति 

  • याचिका समिति- पूर्व मंत्री डा प्रेम कुमार

  • निवेदन समिति- विनोद नारायण झा

  • पर्यावरण संरक्षण- रामप्रवेश राय

  • महिला एवं बाल विकास- अरुणा देवी

  • कृषि एवं उद्योग- कृष्ण कुमार ऋषि

  • सरकारी उपक्रम- पूर्व मंत्री हरिनारायण सिंह

  • जिला परिषद एवं पंचायती राज- पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव

  • राजकीय आश्वासन- पूर्व मंत्री दामोदर रावत

  • पुस्तकालय- सुदामा प्रसाद

  • शून्यकाल- चंद्रहास चौपाल

  • आवास- शशिभूषण हजारी

  • प्रत्यायुक्त – अजीत शर्मा

  • बिहार विरासत विकास समिति- भाई वीरेंद्र

Posted By: Utpal kant