Bihar News: बिहार के लोगों को अब एंजियोप्लास्टी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. आईजीआईएमएस में हार्ट अटैक से युवाओं की जान बचाई जा सकेगी. इसके लिए एक अलग यूनिट खोली जा रही है. बता दें कि प्राइमरी एंजियोप्लास्टी यूनिट (Angioplasty Unit in Bihar) में युवाओं को हार्ट अटैक से होनेवाली धमनियों के ब्लॉकेज को हटाने, स्टेंट लगाने अथवा बाहर से पेसमेकर लगाने की भी सुविधा उपलब्ध होगी. जल्द से जल्द इस सेवा को चालू करने के लिए काम शुरू कर दिया गया है.

जानकारी के मुताबिक सीसीयू यूनिट के बगल में स्थित इस सेंटर में सुविधाएं 24 घंटे मिलेंगी. अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि अगले सप्ताह से यह यूनिट शुरू कर दी जाएगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक कोविड के बाद हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में युवाओं की संख्या लगभग 20 से 25 प्रतिशत है. जो हमारे युवा पीढ़ी के लिए बेहद चिंताजनक है.

ये भी पढ़ें: साइबर ठगों ने खुद को सीबीआई का बताकर, गया के डॉक्टर से कर ली 4.40 करोड़ रुपए की ठगी… पुलिस मामले की कर रही जांच

24 घंटे अनुभवी डॉक्टरों की रहेगी मौजूदगी

इन्हीं सभी चीजों को देखते हुए आईजीआईएमएस में प्राइमरी एंजियोप्लास्टी यूनिट खोला जा रहा है. आईजीआईएमएस के हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष ने कहा कि यहां 24 घंटे अनुभवी डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी. मरीज दिन हो या रात कभी भी पहुंचेंगे तो मिनटों में उनके एंजियोप्लास्टी की सुविधा दी जाएगी. एंजियोप्लास्टी से दिल की बीमारियों से 50 प्रतिशत तक बचाव संभव है.

ये भी पढ़ें: बिहार के ऐसे प्राचार्य जो दफ्तर में शराब पीकर करवाते हैं मसाज, छात्राओं ने सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को लिखी चिट्ठी…

इस यूनिट से समय पर मिलेगा बेहतर इलाज

बता दें कि covid के बाद से राज्य में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. युवा उम्र के लोग भी इसके शिकार बन रहे हैं. कई बार हम देखते हैं कि कोई डांस कर रहा और उसको हार्ट अटैक आ गया, इसी तरह जिम करते में, या कोई काम के दौरान भी हार्ट अटैक आ जाता है. इसीलिए इस यूनिट को बनाया गया है ताकि समय पर बेहतर इलाज मिल सके.

 कम पड़ गई रूस की सेना, संकट में पुतिन?