बिहार नगर निकाय चुनाव : दोबारा फर्जी वोट डालने की कोशिश, तो पकड़ लेगा यह एप
बिहार राज्य निर्वाचन आयुक्त डा. दीपक प्रसाद ने जिलों को स्पष्ट किया कि मतदान के दिन इसके लिए बूथ पर तैनात छह मतदान कर्मियों में पी-3 सी को इसी कार्य के लिए तैनात किया गया है. इसमें मतदाताओं के चेहरे की तस्वीर ली जायेगी और उसका मिलान मतदाता सूची के फोटो से किया जायेगा.
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बिहार के 224 नगरपालिकाओं में चुनाव की तैयारियों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने शनिवार को सभी डीएम और प्रमंडलीय आयुक्त के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा की. दो चरणों में होने वाले चुनाव को लेकर सभी डीएम और प्रमंडलीय आयुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में आयोग ने स्पष्ट किया की पहली बार नगरपालिका चुनाव में मतदाताओं की चेहरे से पहचान के बाद ही मतदान कराया जायेगा. इसके लिए फेस रिकोगनिशन सिस्टम (एफआरएस) को अपनाया गया है.
मतदाता के चेहरे की होगी पहचान
राज्य निर्वाचन आयुक्त डा. दीपक प्रसाद ने जिलों को स्पष्ट किया कि मतदान के दिन इसके लिए बूथ पर तैनात छह मतदान कर्मियों में पी-3 सी को इसी कार्य के लिए तैनात किया गया है. इसमें मतदाताओं के चेहरे की तस्वीर ली जायेगी और उसका मिलान मतदाता सूची के फोटो से किया जायेगा. ऐसे में नगरपालिका निर्वाचन में शतप्रतिशत फर्जी मतदान पर काबू पाया जा सकेगा. पांच दिसंबर को मुजफ्फरपुर जिले के हालिमपुर ग्राम पंचायत एफआरएस सिस्टम से मतदान कराया जा रहा है.
सिंगल विंडो सिस्टम होगा सक्रिय
राज्य निर्वाचन आयोग ने दो चरणों में होनेवाले नगरपालिका चुनाव को लेकर निर्वाची पदाधिकारियों, सहायक निर्वाची पदाधिकारियों को की नियुक्ति कर उनकी सूची आयोग के वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभी संबंधित निर्वाचन लड़ने वाले प्रत्याशियों को निर्वाची पदाधिकारी के माध्यम से चुनावी कार्यक्रम संबंधी सूचना, मतदान कि तिथि और समय के साथ मतगणना की तिथि, समय और मतगणना स्थल की लिखित रूप से तामिला कराना सुनिश्चित करें. तामिला संबंधि रसीद को पूरी तरह से सुरक्षित कर रखी जाये. सिंगल विंडो सिस्टम को सक्रिय कर चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार की अनुमति दी जाये. सभी जिलों में चुनाव को लेकर सभी कोषांग को सक्रिय कर दिया जाये.
खराबी होने पर इवीएम और बैट्री को रिप्लेस करें
निर्वाचन आयुक्त ने हर इवीएम का प्रत्याशियों की उपस्थिति में कम से कम 100 मॉक पोल कराने को कहा. साथ ही यह भी निर्देश दिया कि खराबी पाये जाने के बाद तत्काल इवीएम व बैट्री को रिप्लेस कर दी जाये. सभी जिलों द्वारा इवीएम व अन्य सामग्रियों का आकलन कर लिया जाये. पहले चरण का मॉक पोल सात और 13 दिसंबर को और दूसरे चरण के मतदान की इवीएम का मॉकपोल 21 व 26 दिसंबर को करायी जानी है. इवीएम के मॉकपोल की वीडियोग्राफी करायी जाये. यह भी स्पष्ट किया गया कि अंतिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची से ही मतदान कराया जायेगा. साथ ही आयोग द्वारा तय बूथ पर ही वोटिंग करायी जायेगी. बूथों का एक बार फिर से भौतिक सत्यापन कराना जाना है. बूथों पर इंटरनेट की कनेक्टिविटी, अबाध बिजली आपूर्ति, पेयजल व प्रतीक्षा स्थल तैयार कराना सुनिश्चित कर लें.
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पहले चरण के लिए 10 से 12 तक ट्रेनिंग
पहले चरण के मतदान के लिए फिर से कार्मिकों को गहन प्रशिक्षण 10-12 दिसंबर तक कराना है. वाहन की आवश्यकता अनुसार उपलब्धता का 10 दिसंबर तक फिर से आकलन कर ली जाये. कम्युनिकेशन प्लान की अद्यतन स्थिति 10 दिसंबर तक पूरी तैयार कर ली जाये. साथ ही विधि व्यवस्था संबंधी प्रतिवेदन प्रति दिन भेजा जाये. आयोग ने उडनदस्ता और स्थैतिक निगरानी दल को सक्रिय करने का भी निर्देश दिया है.