पटना : अभी बिहार विधानसभा चुनाव में तीन-चार महीने की देरी है, पर राज्य की सभी प्रमुख पार्टियों ने एक प्रकार से तैयारी शुरू कर दी है. अगस्त में जदयू की वर्चुअल रैली होने जा रही है. भाजपा तो वर्चुअल रैली पर जोर लगा ही रही है. वहीं प्रमुख विपक्षी दल राजद पोस्टर वार पर जोर दे रहा है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू बड़े स्तर पर तैयारी कर रहा है. अगस्त के पहले पखवारे में पार्टी बड़ी वर्चुअल रैली करेगी. इसे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह सहित पार्टी के तमाम बड़े नेता संबोधित करेंगे. इस वर्चुअल रैली में 50 लाख लोगों के जुड़ने की संभावना है. इसे लेकर हर स्तर पर तैयारी शुरू हो चुकी है.

रैली के पहले विधानसभा स्तर पर पार्टी करेगी चर्चा

अगस्त में होने वाली वर्चुअल रैली के पहले पार्टी प्रत्येक विधानसभा स्तर पर नेताओं के साथ संवाद करेगी. इसमें पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे. इसका मकसद हर विधानसभा स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाना और आम लोगों को वर्चुअल रैली से जोड़ना होगा. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह सात जुलाई से पार्टी के अलग-अलग प्रकोष्ठों के नेताओं से संवाद शुरू करेंगे.

भाजपा का वर्चुअल रैली और पीएम की पाती पर रहेगा जोर

विधानसभा चुनाव में उतरी भाजपा का सबसे अधिक जोर वर्चुअल रैली पर है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली से आरंभ हुई यात्रा सभी विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित की जायेगी. बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव पिछले पांच दिनों से पटना में कैंप कर जिलों में पार्टी की चुनावी तैयारी की समीक्षा कर रहे हैं. भाजपा के चुनावी अभियान में पीएम की पाती सबसे महत्वपूर्ण है.

कोरोना संकट काल में पार्टी के दो कार्यकर्ता हर घर दस्तक देे रहे हैं और प्रधानमंत्री के एक साल के कामकाज की ब्योरा जुटा मतदाताओं के घर तक पहुंचा रहे हैं. इसमें पार्टी के सभी सांसद और विधायकों को भी जोड़ा गया है. पार्टी की योजना सभी मतदान केंद्र और एक-एक मतदाताओं तक पहुंचने की है. भाजपा ने सभी मतदान केंद्रों पर सात सक्रिय कार्यकर्ताओं की टीम बनाने की योजना पर अमल कर रहा है. सप्तऋषि के नाम से सात सक्रिय कार्यकर्ता एक मतदान केंद्र पर तैनात रहेंगे.

राजद का होगा पोस्टर पर जोर

विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटा राजद इस बार पोस्टर वार पर फोकस करेगा. वर्चुअल रैली के खिलाफ रहे राजद का चुनाव प्रचार पारंपरिक तरीके से होगा. पार्टी का मानना है कि वर्चुअल रैली महंगी पड़ेगी. पार्टी इसके एवज में सोशल मीडिया का इस्तेमाल करेगी. फेसबुक और ट्विटर का इस्तेमाल का खासतौर पर फोकस होगा. पोस्टर वार को लेकर राजद का एक विंग सक्रिय है. कुछ दिनों के अंतराल पर राजद पोस्टर लहरा कर सरकार पर प्रहार कर रहा है. इसके अलावा राजद प्रखंड स्तर पर आइटी एक्सपर्ट की तैनाती करेगा.

वाम दलों का घर-घर चलो अभियान

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को हराने करने के लिए वाम दल घर-घर चलो अभियान चलायेगा. इसके लिए सभी प्रखंड मुख्यालयों पर कार्यक्रम आयोजित कर वाम नेता नेता लेफ्ट सेकुलर डेमोक्रेसी फ्रंट बनाने पर जनता से राय लेंगे. आम लोगों की राय लेकर विपक्षी पार्टियों को एनडीए को हराने के लिए एकजुट करेंगे. इसकी शुरुआत वाम नेताओं ने एक जुलाई से कर दी है.इसके लिए भाकपा माले विधायक महबूब आलम और केडी यादव ने सभी पार्टियों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. इस कड़ी में वाम दल के नेताओं ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से हाल ही में मुलाकात की है.भाकपा नेता कन्हैया कुमार 15 जुलाई के पहले बिहार आयेंगे. वहीं माकपा के सीताराम येचुरी सहित पोलित ब्यूरो के कई बड़े नेताओं का भी आगमन अगस्त के प्रथम सप्ताह में होगा.

कांग्रेस हर बूथ पर बनायेगी कार्यकर्ताओं का व्हाट्सएप ग्रुप

विधानसभा चुनाव को लेकर सक्रिय हुई कांग्रेस पार्टी अगले कुछ दिनों में सभी बूथों पर अपने कार्यकर्ताओं का व्हाट्सएप ग्रुप बनायेगी. चुनाव के पहले सभी एक लाख छह हजार मतदान केंद्रों पर इसका गठन कर लिया जायेगा. इसी को ध्यान में रख कर डिजिटल सदस्यता अभियान की शुरुआत की गयी है. सदस्य बनाने के समय ही सदस्य किस मतदान केंद्र के वोटर हैं, इसका उल्लेख रहेगा.

Posted By : Rajat Kumar